Sarva Pitru Amavasya 2023: आज शनिवार (14 अक्टूबर) को सर्व पितृ अमावस्या मनाया जा रहा है. उन्नाव में सुबह से घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. श्रद्धालु सर्व पितृ अमावस्या के अवसर पर पितरों को खुश करने पहुंचे थे. गंगा के तटों पर पितरों का पिंडदान किया गया. पिंडदान करने के बाद गंगा में आस्था की डुबकी लगाई गई. परियर गंगातट, शुक्लागंज के घाटों पर स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की. नानामऊ घाट और बक्सर घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु डुबकी लगाने पहुंचे.
सर्व पितृ अमावस्या पर गंगा किनारे श्रद्धालुओं की भीड़
गंगा स्नान और पूजा अर्चना के बाद उन्होंने तीर्थ पुरोहितों को दान दक्षिणा दी. श्रद्धालुओं ने दूध, घृत, शहद, अक्षत, रोली, चंदन, पुष्प, सुगंध, धूप, दीप और नैवेद्य समर्पित कर पतित-पावनी का विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया. मिश्रा कालोनी घाट, गंगा बिशुन घाट, शिव बाबा घाट, आनंद घाट, पुल के नीचे बने घाट और चंदन घाट पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया. भोर पहर से श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाना शुरू कर दिया था. गंगा तटों पर पंडों ने विधि विधान से पूजा अर्चना कराई. पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया गया.
पितरों का श्राद्ध करने के बाद लगाई आस्था की डुबकी
आचार्य सृजध्वज ने बताया कि सर्व पितृ अमावस्या पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है. आज के दिन गंगा में डुबकी लगाने और दान पुण्य करने से कोटि-कोटि पाप नष्ट होते हैं. गंगा तट पर बड़ी संख्या में कानपुर और रायबरेली के भी श्रद्धालु पहुंचे. श्रद्धालुओं के उन्नाव आने का सिलसिला कल शाम से शुरू हो गया था. ट्रेन से उन्नाव पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर रात्रि प्रवास किया. भोर में उन्होंने विधि विधान से पूजा अर्चना कर परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की. हादसे से निपटने के लिए गंगा तट किनारे पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी. सुरक्षा में तैनात जवान और गोताखोर गंगा के गहरे पाने में उतरने से श्रद्धालुओं को रोकते हुए देखे गए. बता दें कि पितृ पक्ष के आखिरी दिन सर्व पितृ अमावस्या मनाया जाता है.