Saryu Express Assault Case: 'अपराधियों के लिए काल साबित हो रहे CM योगी', अनीस एनकाउंटर पर बोले सरयू ट्रेन केस की पीड़िता के परिजन
Anis Encounter: यूपी पुलिस की महिला कॉन्स्टेबल पर सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में जानलेवा हमला किया गया था. इस मामले का मुख्य आरोपी अनीस एनकाउंटर में मारा जा चुका है. इस पर पीड़िता ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
Ayodhya Encounter: उत्तर प्रदेश एसटीएफ (UP STF) और अयोध्या पुलिस (Ayodhya Police) के साझा अभियान में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन (Saryu Express Train) में महिला कॉन्स्टेबल के साथ हैवानियत का मुख्य आरोपी अनीस एनकाउंटर (Anis Encounter) में मारा जा चुका है. वारदात में शामिल दो अन्य आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. हालांकि, पीड़ित महिला कॉन्स्टेबल अब भी अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो सकी है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. लखनऊ (Lucknow) के ही अस्पताल में सरकारी खर्च पर उसका इलाज चल रहा है.
राहत की बात यह है कि पीड़ित महिला कॉन्स्टेबल की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है. सरकारी अमले की इस सख्त कार्रवाई पर हैवानियत की शिकार महिला कॉन्स्टेबल और उसके परिवार ने संतुष्टि जताई है और इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया है. पीड़िता और उसके परिवार का कहना है कि उन्हें इस बात का यकीन था कि सीएम योगी के राज में जिसने भी गलत किया है तो उसे सजा जरूर मिलेगी. आज तक कोई नहीं बचा तो उनके मामले में शामिल अपराधी कैसे बचते.
'सीएम योगी की कथनी-करनी में कोई फर्क नहीं'
परिजनों ने कहा कि अलग बात है कि तीन हफ्ते से ज्यादा का समय बीतने के बाद उम्मीदें थोड़ी धूमिल जरूर हुई थीं, लेकिन आज यह साफ हो गया कि सीएम योगी की कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है. सीएम योगी और उनकी सरकार पूरे परिवार की उम्मीदों पर खरी उतरी है. अपराधियों ने जिंदगी छीनने की कोशिश में जो दर्द दिया, वह शायद उम्र भर न भूल पाए, लेकिन इस बात का सुकून भी रहेगा कि सीएम योगी ने इंसाफ दिलाने और बेखौफ बदमाशों को उनके अंजाम तक पहुंचाने में न तो देरी की और न ही किसी तरह की कोताही बरती.
परिवार के मुताबिक सीएम योगी अपराधियों के लिए काल साबित हो रहे हैं. इस तरह की कड़ी कार्रवाई के बाद अब दूसरे अपराधी कानून को अपने हाथ में लेने की हिम्मत नहीं जुटा सकेंगे. पीड़ित परिवार ने एबीपी न्यूज से फोन पर की गई बातचीत में कहा कि आज हुई कार्रवाई से वह संतुष्ट और खुश हैं. साथ ही सीएम योगी के प्रति अपना आभार जता रहे हैं. उनका शुक्रिया अदा कर रहे हैं.
एनकाउंटर की जानकारी मिलते ही पीड़िता की आंखों से छलके आंसू
पीड़िता और परिवार को एसटीएफ की कार्रवाई की जानकारी आज अस्पताल में ही मिली. एनकाउंटर की जानकारी मिलते ही पीड़िता की आंखों से आंसू छलक पड़े. हालांकि, इन आंसुओं में टीस और वेदना कम थी, राहत और सुकून ज्यादा था. पीड़ित परिवार ने जानकारी दी कि महिला कॉन्स्टेबल की हालत में अब सुधार हो रहा है. लेकिन, उसे अभी कुछ दिन और अस्पताल में ही रहना होगा.
परिवार ने यह भी बताया कि सीएम योगी और अन्य जिम्मेदार लोगों के निर्देश पर अस्पताल में सरकारी खर्च पर इलाज हो रहा है. डॉक्टर्स की टीम न सिर्फ बेहतर इलाज कर रही है बल्कि फिर से पैरों पर खड़ा होने की कोशिश में हौसला अफजाई भी कर रही है. परिवार के मुताबिक महिला कॉन्स्टेबल को सीएम योगी और उनकी सरकार की वजह से ही नई जिंदगी मिल रही है. पीड़िता के भाई ने बताया कि पूरी तरह ठीक होने के बाद वे लोग सीएम योगी से सीधे तौर पर मुलाकात कर उनका आभार जताने की भी कोशिश करेंगे. परिवार के मुताबिक मामले में धाराएं बढ़ाई गईं हैं या नहीं, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है.
महिला कॉन्स्टेबल के साथ क्या हुआ था?
गौरतलब है कि प्रयागराज के सोरांव थाना इलाके की रहने वाली एक महिला कॉन्स्टेबल सुल्तानपुर में तैनात थी. अयोध्या के सावन मेले में ड्यूटी लगने की वजह से तीस सितंबर को वह सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुई थी. मनकापुर से अयोध्या के बीच ट्रेन में ही उस पर जानलेवा हमला किया गया था. उसका पूरा शरीर लहूलुहान था. शरीर के निचले हिस्से पर कोई कपड़ा भी नहीं था. हालत बेहद नाजुक होने की वजह से उसे इलाज के लिए लखनऊ के लिए केजीएमसी रेफर कर दिया गया था. अस्पताल में ही अब भी उसका इलाज चल रहा है. प्रयागराज में रहने वाले परिजन भी महिला कॉन्स्टेबल के साथ लखनऊ में ही हैं.
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