बाराबंकी. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सरयू नदी का तांडव जारी है. सरयू नदी खतरे के निशान से भले ही नीचे आ गयी हो लेकिन बाढ़ से पीड़ित लोगों की परेशानियां और बढ़ गयी हैं. यहां के लोगों के लिए साल के तीन से चार महीने बेहद मुश्किल भरे होते हैं. प्रशासन द्वारा दी गयी राहत इनके लिए नाकाफी साबित हो रही है. प्रशासन ने सरकारी आंकड़ों में बताया है कि बाढ़ से 13,758 परिवार प्रभावित हैं, जिनकी जनसंख्या 60,785 बताई जा रही है. वहीं, अगर बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रफल की बात करे तो 10,415 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित होने की जानकारी दी जा रही है. एबीपी गंगा ने बाढ़ से प्रभावित रामनगर तहसील के परसादी पुरवा गांव पहुंचकर जमीनी हकीकत जानी.


बाराबंकी जिले की रामनगर, रामसनेहीघाट और तहसील सिरौगौसपुर बाढ़ से प्रभावित हैं. जिला प्रशासन द्वारा जारी किये गए सरकारी आंकड़ों के अनुसार 10, 415 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित है, जिनमे 88 गांव बाढ़ से प्रभावित हुये हैं. वहीं तीन गांव कटान से प्रभावित बताये जा रहे हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार 31 गांव ऐसे हैं, जहां बाढ़ से फसल प्रभावित हुई हैं.


नौ बाढ़ चौकियां बनाई गईं


48 गांव प्रशासन ने चिन्हित किये हैं जहां आबादी और फसल दोनों बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. प्रशासन ने आंकड़ा जारी कर जानकारी दी है कि एक मात्र गांव है जहां बाढ़ से संपर्क मार्ग कट गया है. वहीं, प्रशासन 50 गावों में राहत कार्य चलाया जा रहा है. आंकड़ों की माने तो बाढ़ से 60,785 लोग प्रभावित हैं, वहीं, बाढ़ से प्रभावित पशुओं की संख्या 16,300 बताई जा रही है. अबतक बाढ़ से तीन लोगों की मौत हुई है, तो वहीं, बाढ़ से चार पशुओं ने दम तोड़ा है. प्रशासन ने सरकारी आंकड़ों में बताया है कि अबतक मकान और झोपड़ी मिलाकर कुल 30 संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है. बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रशासन ने नौ बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं व इतने ही राहत वितरण केंद्र बनाये गए हैं.


तीन हजार से ज्यादा लोग बाढ़ शरणालय में


बाढ़ से पीड़ित 3,350 लोग बाढ़ शरणालय में रह रहे हैं. वहीं, बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए प्रशासन ने 159 नाव उपलब्ध करवाई हैं. जिनमे से 125 नाव आज भी संचालित हैं, वही दो मोटरबोट भी राहत के लिए लगी है. बाढ़ से पीड़ितों के बचाव के लिए एक प्लाटून पीएसी भी लगी है और स्वास्थ्य विभाग की 23 मेडिकल टीमें लगाई गयी हैं, जिनके जरिये 6304 लोगों का उपचार किया गया है. वहीं, 1260 बीमार पशुओं का भी इलाज हुआ है और 6515 पशुओं का टीकाकरण के साथ जानवरों के लिए भी 370 कुंटल भूसा वितरित किया जा चुका है.


प्रशासन ने अपने सरकारी आंकड़े में बताया है कि 13,758 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिन्हें 15,873 खाद्यान्न राहत सामग्री किट वितरित की गयी हैं, वहीं, बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए 30,100 लंच पैकेट्स दिए गए हैं.


ये भी पढ़ें.


फिरोजाबादः मुठभेड़ में पकड़ा गया 25 हजार का इनामी बदमाश गणेश, पैर में लगी गोली


नोएडाः पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया 25 हजार का इनामी आजाद, चोरी की मोटरसाइकिल बरामद