उत्तराखंड: आपदा के वक्त जल्द पहुंच सकेगी मदद, ग्रामीणों को सैटेलाइट फोन देने की तैयारी में सरकार
उत्तराखंड में मानसून सीजन के दौरान तमाम प्राकृतिक आपदाएं दस्तक देती हैं. मौके पर हरसंभव मदद के लिये टीम जल्द से जल्द पहुंचे, इसके लिये सरकार ने एक नई कार्ययोजना तैयार की है
देहरादून. मानसून ने उत्तराखंड में दस्तक दे दी है. ऐसे में आपदा के लिहाज़ से संवेदनशील उन गावों में जहां सामान्य फोन्स की कनेक्टिविटी नहीं रहती है, वहां पर एसडीआरएफ सैटेलाइट जीएसपीएस सिस्टम के फोन्स दे रही है. जिससे मानसून में होने वाली घटनाओं की जानकारी ग्रामीण प्रशासन को दे सकेंगे.
मानसून की दस्तक उत्तराखंड में हो गई है, मानसून सीजन में भारी बारिश से यहां भू-स्खलन व आपदा संबंधित कई घटनाएं होती हैं. ऐसे में कई इलाक़े उत्तराखंड के ऐसे हैं जहां पर सामान्य फोन्स की कनेक्टिविटी नहीं है, इस लिहाज़ से ये सैटेलाइट फोन्स ग्रामीणों के लिए काफी मददगार साबित होंगे. बताते चलें कि पहले चरण में एसडीआरएफ ने उत्तराखंड के तीन ज़िलों को चुना है, जिसमें उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ शामिल हैं, जहां पर सैटेलाइट फोन्स ग्रामीणों को दिये जा रहे हैं. पिथौरागढ़ जनपद में फोन्स दे दिये गये हैं, अभी दो जनपदों में इनको दिया जाना है.
एसडीआरएफ सेनानायक तृप्ति भट्ट ने बताया कि उत्तराखंड के ऐसे क्षेत्र जहां पर सामान्य मोबाइल काम नहीं करते हैं, ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करके सैटेलाइट जीएसपीएस फोन्स दिये जा रहे हैं. पहले चरण में तीन जिलों में वितरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
आपको बता दें कि उत्तराखंड के कई ज़िले आपदा के लिहाज़ से बेहद संवेदनशील हैं और दूरस्थ क्षेत्रों में भी हैं जहां कनेक्टिविटी भी नहीं होती है. ऐसे में किसी भी तरह की घटना होने पर ये फोन ग्रामीणों के लिए तो मददगार साबित होंगे ही साथ ही सूचना मिलने पर प्रशासन और एसडीआरएफ के जवान भी समय रहते घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे.
ये भी पढ़ें.
Coronavirus: उत्तराखंड में कोविड के 103 नए मामले, ऊधम सिंह नगर में निकले सबसे ज्यादा 26 केस