मसूरी. उत्तराखंड पर्यटन द्वारा जार्ज एवरेस्ट हाऊस को हैरिटेज पर्यटन डेस्टीनेशन के रूप विकसित करने के लिए चल रहे निर्माण कार्यों का रविवार को प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने औचक स्थलीय निरीक्षण किया. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज अपनी धर्मपत्नी व पूर्व पर्यटन मंत्री अमृता रावत के साथ मसूरी स्थित जार्ज एवरेस्ट पहुंच कर जार्ज एवरेस्ट हाऊस को हैरिटेज पर्यटन डेस्टीनेशन के रूप में विकसित करने के लिए चल रहे 23 करोड़ के विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. सतपाल महाराज ने बताया कि मसूरी स्थित जार्ज एवरेस्ट में जार्ज एवरेस्ट हाऊस के जीर्णोद्वार सहित अनेक विकास कार्य चल रहे हैं.
23 करोड़ की लागत से होने हैं विकास कार्य
उन्होंने कहा कि जार्ज एवरेस्ट में कुल 23 करोड़ की लागत से होने वाले विकास कार्यों में से 10 करोड़ के कार्य हो चुके हैं, जबकि बाकी कॉम्पोनेंट कार्य वन विभाग की इजाजत मिलने के बाद शुरू कर दिए जाएंगे. आपको बता दें कि वन विभाग की स्वीकृति मिलने के बाद सात करोड़ के कार्य होने हैं.
पर्यटकों की पसंद का रखा जाएगा पूरा ध्यान
सतपाल महाराज ने कहा कि जार्ज एवरेस्ट में चल रहे विकास कार्यों में जार्ज एवरेस्ट हाऊस का जीर्णोद्वार सहित गेजिंग हट, एपी थियेटर, जार्ज एवरेस्ट पीक ट्रेक रूट, सैल्फी प्वाइंट, डाक्यूमेन्टरी मूवी, एप्रौच रोड़, मोबाइल टॉयलेट आदि कार्यों के साथ-साथ वहां पांच फूड वैन भी स्थानीय दुकानदारों को दी जाएंगी. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये हैं कि दिसंबर 2020 तक सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएं. गौरतलब है कि पहले कार्य पूरे करने का समय सितंबर 2020 निर्धारित था लेकिन कोरोना महामारी को लेकर काम पूरा करने में देरी हो गई.
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