Saudi Aramco Satellite Phone : सऊदी अरामको के अधिकारी को सैटेलाइट फोन लाना पड़ा महंगा
Satellite Phone: फर्गस मैकलियोड ने सैटेलाइट फोन 2017 में ब्रिटेन में खरीदा था. बिना अनुमति के वे इस सैटेलाइट फोन को भारत ले आए थे. भारत में 2008 के बाद से सैटेलाइट फोन के लिए अनुमति लेनी पड़ती है.
तेल की जानी मानी कंपनी सऊदी अरामको (Saudi Aramco) के एक वरिष्ठ अधिकारी को उत्तराखंड में बिना अनुमति के सैटेलाइट फोन ले जाना काफी महंगा पड़ा. इसके लिए उन्हें करीब एक हफ्ते तक चमोली के जेल में बिताना पड़ा.
सऊदी अरामको कंपनी में निवेशक संबंधों के प्रमुख फर्गस मैकलियोड (Fergus MacLeod) ने यूके के फाइनेंशियल टाइम्स को इस घटना की पूरी जानकारी दी. वे जुलाई में उत्तराखंड के चमोली में वैली ऑफ फ्लावर्स नेशनल पार्क में स्थित एक होटल में थे। उस वक्त 12 जुलाई को चमोली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उत्तराखंड की पुलिस ने बिना अनुमति के सैटेलाइट फोन रखने के चलते उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि बाद में फर्गस मैकलियोड को 18 जुलाई को एक हजार रुपये जुर्माना लेकर रिहा कर दिया गया.
सैटेलाइट फोन होने पर उत्तराखंड की पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस घटना के बारे में चमोली की एसपी श्वेता चौबे ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि फर्गस मैकलियोड को इसलिए गिरफ्तार किया गया था क्योंकि बिना पूर्व अनुमति के किसी भी विदेशी नागरिक का भारत में सेटेलाइट फोन इस्तेमाल करना या रखना गैर कानूनी है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी. मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में बिना पूर्व इजाजत के सेटेलाइट फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। चमोली जिले के गोविंदघाट पुलिस थाने के पुलिस अफसर नरेंद्र सिंह रावत ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 11 जुलाई को किसी विदेशी नागरिक के सैटेलाइट फोन रखे जाने के बारे में जानकारी मिली थी। इसके बाद एक पुलिसकर्मी को इस बात की पुष्टि के लिए भेजा गया और इस तेल कंपनी के अधिकारी को हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद उन्हें जेल भेजा गया जहां से उन्हें 18 जुलाई को जमानत मिल गई थी। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक ब्रिटिश हाई कमीशन से इस सिलसिले में ब्रिटिश नागरिक को काउंसलर मदद दी गई थी. चमोली जिले का एक हिस्सा लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के साथ चीन से लगता है. इस लिहाज से ये हिस्सा बेहद संवेदनशील है.
62 वर्षीय फर्गस मैकलियोड ने फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि उन्होंने यह सेटेलाइट फोन साल 2017 में ब्रिटेन में खरीदा था. जब सऊदी अरब के दूरदराज वाले इलाकों में उन्हें जाना होता है तो ऐसी जगह पर मोबाइल के सिग्नल काफी कमजोर होते हैं. उस दौरान वह इस सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल करते हैं. मैकलियोड का कहना है कि उन्होंने अपने होटल में सैटेलाइट फोन को सिर्फ चालू और बंद किया था, लेकिन इसका कभी इस्तेमाल नहीं किया.