Sawan 2023: सावन में सोमवार को छोड़ काशी विश्वनाथ मंदिर में हर दिन कर सकेंगे VIP दर्शन, गाइडलाइन जारी
Varanasi News: वाराणसी में सावन के मद्देनजर पांच अलग-अलग रूट पर पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगाया गया है. सुरक्षा के लिए सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइन जारी की गई है.
Kashi Vishwanath Temple: महादेव की भक्ति का महीना सावन (Sawan) 4 जुलाई से शुरू हो रहा है. उत्तर प्रदेश (UP) के वाराणसी (Varanasi) में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ सुरक्षा व्यवस्था का खास ध्यान रखा गया है. इस साल अधिक मास होने के कारण सावन 2 महीने का रहेगा. वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा (Kaushal Raj Sharma) ने बताया कि सावन पर जिला प्रशासन के साथ मंदिर प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की सुविधा की विशेष तैयारी की है. वीआईपी दर्शन की व्यवस्था सोमवार के अलावा सभी दिन रहेगी. इस बार सावन में आठ सोमवार पड़ रहा है. सोमवार को 5 से 6 लाख लोगों की भीड़ उमड़ने की संभावना है.
श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइन जारी कर दिया गया है. बकरीद के बाद सावन में ड्यूटी पर मजिस्ट्रेट की दोबारा ब्रीफिंग और ट्रेनिंग होगी. सावन के मद्देनजर पांच अलग-अलग रूट पर पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगाया गया है. सुरक्षा के लिए सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं. मंदिर परिसर में भी सीसीटीवी कैमरों की संख्या को बढ़ाया गया है. मंदिर प्रशासन की तरफ से बुजुर्ग, बीमार बच्चों और महिलाओं के लिए सावन में ई-रिक्शा का प्रबंध रहेगा. सभी दुकानदारों को प्लास्टिक के सामान इस्तेमाल करने से मना कर दिया गया है.
सीआरपीएफ, एनडीआरएफ, जल पुलिस रहेगी तैनात
सावन के सोमवार को गर्भगृह में श्रद्धालुओं को स्पर्श दर्शन की मनाही होगी. बाकी सभी दिन स्पर्श दर्शन की अनुमति रहेगी. जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन की मंशा श्रद्धालुओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधा पहुंचाना है. कौशल राज शर्मा के मुताबिक 3 जुलाई की रात से श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी. गंगाद्वार पर सीआरपीएफ, एनडीआरएफ, जल पुलिस, पुलिस फोर्स के साथ अन्य सुरक्षा बल भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेंगे.
तीन-चार दिन तक चलेगी सुरक्षाकर्मियों-कर्मचारियों की ट्रेनिंग
सावन की तैयारियों का बाकी काम 1 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा. मंदिर में ड्यूटी अलग-अलग जिलों से आए सुरक्षाकर्मियों की लगाई जाती है. सिस्टम को नहीं समझ पाने की वजह से कभी-कभी लापरवाही और श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत आती है. ऐसी घटना को रोकने के लिए त्रंबकेश्वर हाल में विशेष ट्रेनिग और ब्रीफिंग की जाती है. ट्रेनिग में कर्मचारियों को पिछली शिकायतों का मिला वीडियो और फोटो दिखाकर समझाया और बताया जाएगा. सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों की ट्रेनिंग अगले तीन-चार दिन तक चलेगी.