Om Prakash Rajbhar News: दो हजार के नोट को आरबीआई ने सर्कुलेशन से बाहर करने का एलान किया है, जिसके बाद इस पर देश में जबरदस्त तरीके से राजनीति हो रही है. विपक्षी दल इस फैसले को लेकर लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. जिसमें अब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की भी एंट्री हो गई है. राजभर ने कहा कि देश में सिर्फ दो हजार का ही नहीं 500 और 200 के नोट भी बंद कर देने चाहिए. 


अखिलेश यादव पर किया पलटवार


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी के महाजनसंपर्क अभियान पर सवाल उठाए थे, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि बीजेपी के मंत्रियों और सांसदों ने काम नहीं किया इसलिए बाहर से मंत्रियों को बुलाया जा रहा है. इस पर राजभर ने कहा कि "वो करें तो रासलीला, 'हम तो कैरेक्टर ढीला'. उन्होंने कहा कि आप तमिलनाडु व बिहार में प्रचार करने क्यों गए थे. हम कहते हैं तो वह कहते हैं कि हमें सलाह की जरूरत नहीं है. राहुल गांधी ने बीजेपी की नकल मारी और सेम टू सेम कर्नाटक में उनकी सरकार बनी और पूरे देश में बीजेपी को हिला कर रख दिया. पिछड़ी जातियों के यूपी में 2 सबसे बड़े दुश्मन एक अखिलेश और दूसरे मायावती हैं. 


सुभासपा प्रमुख शुक्रवार को गाजीपुर दौरे पर पहुंचे, इस दौरान उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में कई कार्यक्रमों में शिरकत की. इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे दो हजार के नोट पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि 2000 ही नहीं 500 और 200 के नोटों पर भी पाबंदी लगा देना चाहिए, सिर्फ देश में सौ का नोट ही चलना चाहिए, इस भ्रष्टाचार में कमी आएगी. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, अगर किसी अधिकारी ने दस लाख रूपये की घूस मांगी हो और 100-100 का नोट ही चलन में होगा तो वो इतने पैसे किस बोरे में भरकर ले जाएगा. 


नोट बंद करने के पीछे दी ये दलील


ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि जब वो अधिकारी इतने सारे पैसे लेकर जाएगा तो दूसरे लोग भी उसे पैसे ले जाते देखेंगे और उसके भ्रष्टाचार का उन्हें पता लगेगा. राजभर ने कहा, 2000 और 500 के नोट चलन होने से भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा मिला है क्योंकि किसी भी बैग में 2000 और 500 के नोट आराम से भर लिए जाते हैं और किसी को पता भी नहीं चल पाता है. 


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