Ramcharitmanas Row: 'श्रीराम की वजह से मंत्री बने, बेटी को सांसद बना दिए', स्वामी प्रसाद मौर्य पर बिफरे ओम प्रकाश राजभर
Ramcharitmanas Controversy: सुभाषपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि 5 फरवरी को वह गोरखपुर के महंत दिग्विजयनाथ पार्क में दोपहर 12 बजे महिला जन अधिकार रैली को संबोधित करेंगे.
UP Politics: उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने श्रीरामचरितमानस पर छिड़े विवाद में स्वामी प्रसाद मौर्या और अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी में गए, भगवान श्रीराम की वजह से मंत्री बने और बेटी को सांसद बना दिए. अब श्रीरामचरितमानस पर विवाद खड़ा कर वे जनता को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि संविधान में शूद्र शब्द का कहीं भी प्रयोग नहीं हुआ है. ऐसे में अखिलेश यादव को इसका इस्तेमाल कर विवाद नहीं खड़ा करना चाहिए. बीजेपी में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिल्ली जब गर्म दूध पीकर जल जाती है, तब माठा भी फूंक कर पीती है.
गोरखपुर के एनेक्सी भवन सभागार में शनिवार को सुहेलदेव समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि 5 फरवरी को वह गोरखपुर के महंत दिग्विजयनाथ पार्क में दोपहर 12 बजे महिला जन अधिकार रैली को संबोधित करेंगे. उन्होंने कहा कि वे महिला अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. उनकी पार्टी महिला अधिकारों के लिए हमेशा उनके साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में महंगाई चरम पर है. गैस सिलिंडर पहले 300 से 350 में मिल जाता था. आज सिलिंडर का दाम एक हजार रुपये से अधिक हो गया है. गरीबों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन देकर उनके साथ बीजेपी की सरकार ने धोखा किया है. अब उन्हें 25-25 हजार का बिल थाम दिया गया है. सरकार ने मिट्टी का तेल बंद कर दिया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे भगवान श्रीराम को पूजते हुए मंत्री बने. बेटी को सांसद बना दिए. आज श्रीरामचरितमानस पर विवाद खड़ा कर रहे हैं. ये गलत है, उन्होंने कहा कि संविधान में शूद्र शब्द का कहीं प्रयोग नहीं किया गया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने सवाल खड़ा किया है. अखिलेश को इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इसे लेकर राजनीति से कुछ नहीं होगा. जनता के मुद्दों पर राजनीति होनी चाहिए. वे जनता के हितों की लड़ाई लड़ने के लिए आगे आए हैं. उन्होंने कहा कि आधी आबादी के हक अधिकार के लिए उनकी पार्टी और वे खड़े हैं. जनता उन्हें आशीर्वाद देगी, तो वे भी मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनना चाहेंगे. लेकिन अभी चुनाव दूर है. वे बीजेपी के साथ जाएंगे कि सपा के साथ जाएंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि जो उनकी शर्तों को मानेगा, वे उसके साथ हैं. उन्होंने कहा कि निषादों की हक की लड़ाई लड़ने वाले डा. संजय निषाद ने अपने सिर्फ अपने परिवार के हित के बारे में सोचा. खुद कैबिनेट मंत्री और बेटों को सांसद-विधायक बना दिए. लेकिन अपने समाज के लोगों को आरक्षण नहीं दिला पाए. राजभर ने कहा कि उन्होंने जनता के हक और अधिकार के लिए सत्ता और मंत्री का पद छोड़ दिया. ये सभी जानते हैं. वे सत्ता में आएंगे, तो एक समान शिक्षा अनिवार्य करेंगे. स्नातकोत्तर तक शिक्षा मुफ्त करेंगे. दूसरा गरीबों का इलाज मुफ्त में होगा.
मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर ये बोले राजभर
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यूपी में चुनाव होने में अभी चार साल है. लेकिन जनता उन्हें मुख्यमंत्री बनाएगी, तो कौन बनना नहीं चाहेगा. वे जरूर मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे. लेकिन ये तय नहीं है कि बीजेपी और सपा में किसे साथ लेकर चलेंगे. इसमें अभी समय है. निकाय चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव सुभासपा अकेले और अपने दम पर लड़ेगी. वे न तो बीजेपी के साथ जाएंगे और न ही सपा के साथ. निकाय चुनाव में वे अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतरेंगे. इसके लिए वे पूरी तरह से तैयार हैं. उनके कार्यकर्ता शहर से लेकर गांव तक लोगों से जनसंपर्क कर पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जुटे हैं. उद्धव ठाकरे से मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुंबई में उत्तर भारतीय और बिहार के लोग काम की तलाश में जाते हैं. वहां पर उनका उत्पीड़न किया जाता है, उन्होंने कहा कि मुंबई में यूपी और बिहार के लोगों पर जुल्म नहीं हो, इसलिए वे उद्धव ठाकरे के पास जाते हैं.