ओम प्रकाश राजभर के घर से ड्राइवर ने उड़ाए थे लाखों रुपये! मंत्री ने किया चौंकाने वाला खुलासे
Om Prakash Rajbhar: बीते सितंबर माह में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के लखनऊ स्थित आवास पर चोरी हुई थी. इस घटना को लेकर अब खुद ओमप्रकाश राजभर ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
Lucknow News Today: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. बीते सितंबर माह में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के लखनऊ स्थित आवास में चोरी की घटना सामने आई थी.
अब इस मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के तहत पुलिस ने उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले में स्थित एक अपार्टमेंट से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो परिवार के ही सदस्य का ड्राइवर बताया गया है.
क्या है पूरा मामला?
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने इस मामले में एबीपी न्यूज से खास बातचीत की. इस मौके पर ओमप्रकाश राजभर ने बताया कि हमारे यहां कार्य करने वाले संजय राजभर कैंसर से पीड़ित थे, उनका इलाज के लिए सभी लोगों ने मिलकर 3 लाख रुपये इकट्ठा किए थे.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने आगे बताया कि तीन लाख रुपये में से 25 हजार रुपये संजय राजभर इलाज के लिए लेकर चले गए थे, लेकिन कुछ लोगों की नियत खराब थी और उन्होंने शेष पैसे को चुरा लिया. उन्होंने बताया इस मामले में खुद बेटे अरविंद राजभर की तरफ से निकटतम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.
'इलाज के लिए इकट्ठा किया था चंदा'
ओमप्रकाश राजभर ने आवास पर हुई चोरी की घटना में के मामले में बताया कि हमारे संज्ञान में यही बात है कि संजय राजभर जो पेशे से एक ड्राइवर हैं, वह कैंसर से पीड़ित है. उन्होंने बताया कि संजय राजभर के इलाज के लिए सभी लोगों ने मिलकर तीन लाख रुपये चंदा करके इकट्ठा किया था, हालांकि डॉक्टरों ने बताया था कि उनके इलाज के लिए 5 लाख रुपये लगेंगे.
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने बताया कि इसके बाद संजय राजभर 25 हजार रुपये लेकर इलाज के लिए चले गए, जबकि इस मामले में जो पकड़े गए लोग हैं उनकी नियत खराब थी. उन्होंने बताया कि संजय ने आवास पर जहां पैसा रखा था वहां से शेष पैसा लेकर आरोपी फरार हो गए.
चोरी की रकम पर उठाए सवाल
ओमप्रकाश राजभर के मुताबिक, जब इसकी जानकारी संजय राजभर के माध्यम से बेटे अरविंद को हुई तो उन्होंने हजरतगंज थाने में इसकी तहरीर दी, मौके पर जांच के लिए पुलिस भी आई थी. उन्होंने बताया कि पुलिस की तरफ से इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
सुभासपा प्रमुख ने सवाल किया कि चोरी हुए पैसों में से लगभग 3 लाख रुपये के साथ संजय के पत्नी का रकम भी शामिल था, लेकिन जब 3 करोड़ रुपये कहा जा रहा है तो क्या कहने वाले लोग वहां पर खड़े होकर पैसा गिन रहे थे क्या? उन्हें कैसे पता की 3 लाख नहीं 3 करोड़ रुपए थे.
पीड़ित के साथी ने ही उड़ाए पैसे
चोरी के इस मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी ड्राइवर रामजीत राजभर को पहाड़पुर से गिरफ्तार कर लिया है, वह संजय राजभर का साथी है. पुलिस इस मामले में आरोपी से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में जुटी है.
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