Om Prakash Rajbhar News: घोसी लोकसभा सीट पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर की हार हुई है. वहीं बेटे की हार का ठीकरा ओम प्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ा है. सुभासपा के केंद्रीय कार्यालय रसड़ा पर एक समीक्षा बैठक के दौरान अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ओपी राजभर ने कहा कि आप लोग भी बोलना सीखिए, हमारी पार्टी ईमानदारी से जहां जो लड़ा उसको वोट किया गठबंधन के तमाम पार्टियों के नेता गठबंधन धर्म निभाना नहीं जानते. लेकिन हम लोगों ने ईमानदारी से गठबंधन का धर्म निभाया है. लेकिन जनता ने योगी और मोदी को नकार दिया है.


कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि ऐसे लोगों को भी सबक सिखाने की जरूरत है. आप बोलना सीखो तब इनको समझ में आएगा अब तो हम पूरी बगावत करेंगे देखिएगा आगे हम मंच से ही बता देंगे कि किसको वोट देना किसको नहीं देना है. ऐसे लोगों की भी हम दवाई करने जा रहे हैं जो मंच पर लच्छेदार भाषण देते थे और गाड़ी में बैठकर अपने लोगों से कहते थे की इधर नहीं उधर वोट देना. ऐसे लोगों को भी हम लोग चिन्हित कर लिए हैं. हम ऐसे लोगों को खोज भी रहे हैं चाहे वह हमारा प्रधान हो, चाहे जिला पंचायत हो, चाहे कोई हो, चाहे अधिकारी हो, ऐसे लोगों को भी हम चिन्हित कर लिए हैं और दवाई करने जा रहे हैं.


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आप लोगों से कहूंगा कि जब ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो तब आगे मत आना क्योंकि हो सकता है उसमें आपका रिश्तेदार भी हो उस समय मैं किसी की बात नहीं सुनूंगा. जब हमारी कलम चलेगी तो चलेगी जैसा जो किया है वैसा ओमप्रकाश राजभर देने की तैयारी में भी है  और दूंगा और अभी 3 साल सत्ता में रहूंगा सत्ता में रहकर ऐसा पावर बना लेंगे कि भारतीय जनता पार्टी से और सीट ले लेंगे. अब हम चाहते हैं कि कम से कम 25 से 30 सीट ले आएं, अब अगर कोई भी हमारा नेता अब दबा तो हम समझ लेंगे कि वह हमारा मुर्दा नेता है उसका नाम रख दिया जाएगा मुर्दा नेता.


जब सैंया भए कोतवाल तो अब डर काहे का- ओम प्रकाश राजभर


सुभासपा के केंद्रीय कार्यालय रसड़ा पर एक समीक्षा बैठक के दौरान अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि 'जब सैंया भए कोतवाल तो अब डर काहे का' अब दिल खोल कर रहिये. कभी अपने मन में निराशा मत लाना आप काम करते जाइए हम सुबह उठकर जब महाराजा सुहेलदेव को याद करके कहते हैं कि माल आ जाए तो अपने आप माल आ जाता है. आप लोग भी ‌सुबह नहा धोकर महाराजा सुहेलदेव को याद करके माल मांगोगे तो मिल जाएगा और 'मांगो उसी से जो दे दे खुशी से और कहे ना किसी से. 


उन्होंने कहा कि आज के तारीख में मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि जो प्रत्याशी लड़ा और जो लड़ाया और सभी लोग कह रहे हैं कि ईमानदारी से अगर किसी साथी ने गठबंधन का धर्म निभाया तो उसे पार्टी का नाम भारतीय समाज पार्टी है 2025 में होने वाले पंचायत चुनाव में एक और एक को 11 बनाने के लिए क्षेत्र में निकलकर काम करने के लिए साथियों लग जाओ. जो लोग कह रहे हैं चुनाव हार गए हैं उनसे कह देना हम हारे नहीं हैं क्योंकि मैंने कभी लोकसभा चुनाव जीता ही नहीं है तो हारेंगे कहां से? विधानसभा चुनाव के बारे में चर्चा कर लो पिछली बार 4 थे इस बार 6 हो गए हैं अगली बार 20 होंगे.


घोसी लोकसभा चुनाव में अपनी करारी हार के बाद मूलनिवासी पार्टी से चुनाव चिन्ह हॉकी निशान से लड़ी लीलावती राजभर को 47525 वोट मिलने के कारण ओमप्रकाश राजभर अपना चुनाव चिन्ह छड़ी निशान बदलना चाह रहे हैं क्योंकि ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि चुनाव आयोग ने छड़ी और हॉकी दोनों चुनाव निशान एक जैसे हैं जिससे हमारे वोटर भ्रमित हो रहे हैं.


इस समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि आप लोग ध्यान से सुन लो अब आने वाले दिनों में चुनाव आयोग कुछ सिंबल और कलेक्ट करके जारी करने जा रहा है. ऐसी स्थिति में अब हम लोगों ने फैसला लिया है अब हम लोगों को अपना सिंबल बदलना है. आज से अब हम लोगों को छड़ी अपने दिमाग से निकलना है. अब हम लोगों को उसका नाम नहीं लेना है और आगे आने वाले दिनों में चुनाव आयोग का जो फ्री सिंबल घोषित होता है उसमें से हम लोग बैठकर चिंतन करके सिंबल लेकर आ रहे हैं. जल्दी ही एक महीने के अंदर ही सब कुछ हो जाएगा फिर उसके बाद हम लोग उसका प्रचार करेंगे क्योंकि हम लोग कई चुनाव में इसको झेले हैं इसी लोकसभा के चुनाव में देख लो उस महिला को कौन जानता था? और 47000 हजार  वोट हमारे मतदाता का छड़ी को वोट देने वाले लोगों ने वोट दिया है.


हमारा मतदाता इतना ईमानदार है- ओपी राजभर


उन्होंने कहा कि इसलिए विरोधी को बता देना कि हमारा मतदाता इतना ईमानदार है कि हॉकी को छड़ी समझ करके 47 हजार वोट दिया है. वोट देने वालों का दोष नहीं है दोष हमारा और आपका है हम लोग कहीं ना कहीं समझने में और बताने में फेल हैं हम लोगों के मतदाता जो महिलाएं हैं हमारे बुजुर्ग पिता हैं वह अभी शिक्षित नहीं है. उनको छड़ी और हॉकी में अभी अंतर समझ में नहीं आता है और विरोधी भी हमसे चालक निकाला वह बताने लगा लेकिन हम लोग इस बात को नहीं बता पाए. सिंबल के सवाल पर अब बदलाव आने का समय आ गया है.


ओपी राजभर ने कहा कि आज के बाद आपकी डायरी भी बदलेगी आपको जो बुकलेट दिए गए हैं वह भी बदलेगा. अब सब काम नए सिरे से होगा उसमें थोड़ा समय लगेगा भारतीय समाज पार्टी को अपनी मां मानकर हम लोगों को उसकी सेवा करनी है जो ऐसा नहीं कर सकता है. वह दूसरी पार्टी में जाकर उसका झंडा पकड़ ले हमको ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है. चाहे कांग्रेस हो, सपा हो, भाजपा सभी पार्टियों को सत्ता में आने में लंबा समय लगा लेकिन हम तो कम समय में पार्टी को सत्ता में लाकर खड़ा कर दिए.


वायरल वीडियो पर दी सफाई


वहीं इस बयान के बाद जब मामला बढ़ा तो कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि हमारी ऐसी कोई मंशा नहीं है जो खबर चैनल्स पर चल रही है. फेक न्यूज़ है , यह पूरी तरह से विरोधियों की साजिश है. पीएम मोदी और सीएम योगी के नेत्तृव में काम कर रहे हैं. जनता तक कल्याणकारी योजनाएं पहुंचा रहे हैं, NDA में हैं और रहेंगे. वहीं सुभासपा मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने सुभासपा चीफ और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के वायरल वीडियो को लेकर कहा कि यह विरोधियों की एक साजिश जो झूठ और फरेब पर आधारित है. अरुण राजभर ने कहा है ओपी राजभर के वायरल वीडियो को कट पेस्ट और AI तकनीक से एडिट करके कूटरचित तरीके से चलाया जा रहा है.


प्रवीण राय की रिपोर्ट


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