UP Politics: सुभासपा  (SBSP) प्रमुख  ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) दल बदलने के साथ बयान बदलने में भी माहिर हैं. बीजेपी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए (NDA) की बैठक से पहले अपने बयान से सुभासपा प्रमुख पलट गए हैं. उन्होंने सोमवार को माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को अपनी पार्टी का अधिकृत विधायक माना था. एक दिन बाद उन्होंने अब्बास अंसारी पर बड़ा बयान देकर चौंका दिया. उन्होंने विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी पर सीट बंटवारे में धोखा देने का आरोप लगाया.


चौबीस घंटे बाद ओम प्रकाश राजभर बयान से मुकरे


ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अब्बास अंसारी समेत महादेवा से दूध राम, जफराबाद से जगदीश राय सपा के प्रत्याशी रहे हैं. अब्बास अंसारी, दूध राम और जगदीश राय सुभासपा के सिंबल पर चुनाव लड़कर विधायक बने थे लेकिन सपा की तरफ से डमी कैंडिडेट बनाए गए थे. उन्होंने कहा कि सपा ने हमारे सिंबल पर अपने प्रत्याशी विधानसभा चुनाव में खड़े किए. एनडीए की बैठक में अब्बास अंसारी के मुद्दे पर बातचीत होगी. बता दें कि 2022 का विधानसभा चुनाव सुभासपा ने सपा के साथ गठबंधन में लड़ा था.






मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी पर क्या कहा?


मऊ सदर की सीट सुभासपा के खाते में आने पर अब्बास अंसारी को उम्मीदवार बनाया गया. अब्बास अंसारी मऊ सदर की जनता का आशीर्वाद प्राप्त कर विधायक बन गए. सपा की सरकार नहीं बनने पर सुभासपा का गठबंधन टूट गया. बीते साल नवंबर में अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी पर भी ओपी राजभर ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अब्बास अंसारी सुभासपा के नहीं सपा के हैं. सपा ने डमी प्रत्याशियों को टिकट दिलवाकर सुभासपा को खत्म करने का प्रयास किया था.


उन्होंने अब्बास अंसारी पर सपा का झंडा लेकर भी घूमने का आरोप लगाया था. एनडीए का हिस्सा बनने से पहले ओम प्रकाश राजभर की दिल्ली में अमित शाह के साथ मुलाकात हुई थी. मुलाकात के बाद उन्होंने रविवार को लखनऊ में औपचारिक रूप से एनडीए संग आने की घोषणा कर दी.  


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