UP Politics: बीएसपी चीफ मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद लखनऊ में शनिवार को प्रेस कॉफ्रेंस की है. उन्होंने इस दौरान केंद्र सरकार पर जबरदस्त जुबानी हमला बोलते हुए सुप्रीम कोर्ट में ठीक से केस की पैरवी नहीं करने का आरोप लगाया है.
मायावती ने कहा, 'केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ठीक ढंग से पैरवी नहीं की है. एससी-एसटी के लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. एससी-एसटी में क्रीम लेयर के बहाने आरक्षण खत्म करने की साजिश हो रही है. प्रधानमंत्री जी हवा हवाई आश्वासन दे रहे हैं. आरक्षण को निब्प्रभावी किया जा रहा है. आरक्षण खत्म करने की नौबत आ गई है. कल बीजेपी सांसद का डेलीगेशन पीएम से मिला था.'
बीएसपी चीफ ने कहा कि केंद्र सरकार को संविधान संशोधन विधेयक लाना चाहिए. पीएम मोदी ने सांसदों को क्रीमी लेयर लागू न करने का आश्वासन दिया है. संसद का सत्र खत्म हुआ लेकिन विधेयक नहीं आया. ऐसा लगता है कि आरक्षण को निष्प्रभावी किया जा रहा है. हमारी मांग है कि संशोधन लाकर कोर्ट का फैसला पलटा जाए.
पीएम के आश्वासन पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि आरक्षण खत्म करने की नौबत आ गई है. बिना विधेयक लाए संसद सत्र खत्म किया गया है. बसपा सुप्रीमो ने पीएम मोदी के आश्वासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम के आश्वासन की पुष्टि नहीं की गई है. केंद्र विधेयक लाती है तो BSP स्वागत करेगी. पीएम ने भरोसा दिया लेकिन कार्यवाही नहीं की है. पूरा SC/ST वर्ग ठगा महसूस कर रहा है.
बता दें कि सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने भी एससी/एसटी समुदाय को आरक्षण देने के संबंध में प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी. सभी ने प्रधानमंत्री के समक्ष मांग रखी थी कि किसी भी कीमत पर उन्हें मिलने वाला आरक्षण प्रभावित ना हो. तब उन्होंने कहा कि एससी व एसटी समुदायों के कल्याण और उन्हें सबल बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता और संकल्प को दोहराया.