PF Scam In Gonda: बहुचर्चित पीएफ घोटाले में पुलिस ने काफी दिनों बाद एक सफलता हासिल की है, जिसमें मुख्य आरोपी विपिन श्रीवास्तव की पत्नी हेमा श्रीवास्तव को पुलिस ने विवेचना के दौरान सहआरोपी बनाकर गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार महिला के अकाउंट में पीएफ का पैसा गलत तरीके से पति जो नगर पालिका में बाबू थे उन्होंने भेजा था, जिस पैसे से इन्होंने लखनऊ में मकान और गोंडा में जमीन भी खरीदी थी. घोटाले के करीब 85 लाख रुपए पत्नी के खाते में जमा किया था. पुलिस अधीक्षक का दावा है कि, जल्द से जल्द पुलिस विवेचना के बाद और कई सफेदपोश सलाखों के पीछे होंगे.
सफाई कर्मचारियों के पीएफ में किया घोटाला
वर्ष 2020 में नगर पालिका परिषद गोंडा में सफाई कर्मचारियों के भविष्य निधि कटौती में अभिलेखों के जरिए बाबू विपिन श्रीवास्तव द्वारा मिलीभगत कर करीब साढ़े तीन करोड़ का पीएफ घोटाला प्रकाश में आने के बाद नगर पालिका में हड़कंप मच गया था. जिसमें अधिशासी अधिकारी नगर पालिका द्वारा लिपिक के विरुद्ध नगर कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. पुलिस विवेचना के दौरान लिपिक की पत्नी हेमा श्रीवास्तव व अन्य लोगों का नाम प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने लिपिक की पत्नी को गिरफ्तार किया है.
खाते में जमा किये थे 85 लाख रुपये
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि, नगर पालिका में हुये पीएफ घोटाले से संबंधित एक सह अभियुक्त हेमा को विवेचना के दौरान नाम प्रकाश में आने के बाद गिरफ्तार किया गया है. इनके पति लेखाकार विपिन श्रीवास्तव द्वारा घोटाला कर खाते में 85 लाख रुपए जमा किए गए थे. इस पैसे को निकाल कर जिले में एक मकान तथा लखनऊ में प्लाट खरीदा गया था. घोटाला प्रकाश में आने के बाद जनपद के मकान को बेचकर नगर पालिका के खाते में 14 लाख रुपए वापस कर जमा कराए गए थे. जबकि, इनके नाम का लखनऊ में अब भी प्लाट मौजूद है. क्षेत्राधिकारी शहर इसकी विवेचना कर रहे हैं. घोटाले की धनराशि कहां पर लगाई गई है, इसका विवरण बनाकर प्रशासन के साथ मिलकर अन्य विधिक कार्रवाई भी कराई जाएगी.
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