मुरादाबाद. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त एक निजी स्कूल पर इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार करने और बच्चों का ब्रेन वॉश करने की नीयत से समर कैंप आयोजित करने का आरोप लगाया है. एबीवीपी ने मामले को लेकर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा है. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जिसके बाद समर कैंप को रद्द कर दिया गया है. साथ ही मुरादाबाद पुलिस और शिक्षा विभाग ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है.


आरोप है कि दिल्ली पब्लिक ग्लोबल स्कूल (डीपीजीएस) ने सोशल मीडिया के जरिये ऑनलाइन समर कैंप का आयोजन किया था. इसमें 8 से 15 वर्ष की आयु के छात्र-छात्राओं को अपने जीवन में इस्लामी शिक्षा ग्रहण करने की जरूरत और इस्लाम की शिक्षा देने की बात कही गई थी.


स्कूल की मान्यता खत्म करने की मांग
स्कूल के इस विज्ञापन पर एबीवीपी कार्यकर्ता भड़क गए और जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया. एबीवीपी ने सीबीएससी बोर्ड से इस स्कूल की मान्यता खत्म करने भी मांग की है. एबीवीपी ने धर्मांतरण की साजिश रचने का आरोप भी लगाया है. हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि स्कूल किसी धर्म विशेष की शिक्षा देने के लिए अन्य धर्म के बच्चों को बाध्य नहीं कर सकता.


स्कूल निदेशक ने दी सफाई
वहीं, इस मामले में जब स्कूल के डायरेक्टर से बात की गई तो उन्होंने अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा कि स्कूल की वेबसाइट को बंद कर दिया गया है. साथ ही समर कैंप को भी रद्द कर दिया गया है. 


पुलिस का कहना है की मामला शिक्षा विभाग से जुड़ा है इसलिए शिक्षा विभाग ही इस मामले में कार्यवाही करने के लिए सक्षम है. मुरादाबाद के जिला विधालय निरीक्षक का कहना है की स्कूल को सीबीएसई से मान्यता प्राप्त है और जिस सोसायटी के अंतर्गत यह स्कूल संचालित हो रहा है वह भी रजिस्टर्ड है. उन्होंने बताया कि स्कूल ने अल्पसंख्यक संस्था होने के लिए अपना आवेदन कर रखा है, लेकिन उसे अभी अल्पसंख्यक संस्था का दर्जा प्राप्त नहीं हुआ है.


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