Noida Scrub Viral Cases: मौसम के बदलते ही सीजनल बीमारियों (Seasonal Diseases) का दौर तेजी से बढ़ने लगा है. यही वजह है कि फ्लू के साथ-साथ डेंगू (Dengue) ने भी जिले में अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. लेकिन, इस बीच स्क्रब वायरल (Scrub Viral) का मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमे (Health Department) में हड़कंप मच गया है. नोएडा में सीजनल फ्लू के अलावा डेंगू के मरीजों कि संख्या तेजी से बढ़ रही है. सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों (Hospital) में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. एबीपी गंगा की टीम ने निजी अस्पतालों में जाकर पड़ताल की है. टीम ने ये जाना है कि आखिरकार वायरल फीवर (Viral Fever) और डेंगू के मरीजों की अस्पतालों में क्या स्थिति है. 


सावधानी है जरूरी
डॉक्टरों की मानें तो मौसम के बदलते ही सीजनल बीमारियों और डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा होना शुरू हुआ है. आज हालात ये हैं कि वायरल फीवर के लगभग 40 प्रतिशत मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. साथ ही एक-दो मरीज प्रतिदिन डेंगू के भी आ रहे हैं. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है क्योंकि, वायरल फीवर और डेंगू के बढ़ते मरीजों की संख्या चिंताजनक है. 


डॉक्टरों ने जताई चिंता 
डॉक्टरों ने सबसे ज्यादा चिंता स्क्रब वायरल को लेकर जताई है. डॉक्टरों का कहना है कि ये वायरल बेहद खतरनाक है और इससे लोगों की जान तक जा सकती है. ऐसे में इसके मरीज जिले में मिलना काफी ज्यादा चिंताजनक है. वक्त रहते ही स्वास्थ्य महकमे को डेंगू और स्क्रब वायरल को लेकर काम करना होगा ताकि जल्द से जल्द इस बीमारी पर काबू पाया जा सके. 


सामने आए स्क्रब वायरल के मरीज 
वायरल फीवर, डेंगू और स्क्रब वायरल के मरीजों को लेकर एबीपी गंगा ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसके शर्मा से बात कर जिले में इन मरीजो की संख्या के बारे में जानने की कोशिश की तो उनका कहना था कि दो-तीन मरीज स्क्रब वायरल के जरूर सामने आए है. लेकिन, डेंगू का मरीज जिले में अभी नहीं मिला है. सीएचसी और पीएचसी में उन्होंने वायरल फीवर को लेकर 55 बेड रिजर्व कर रखे हैं. साथ ही जिला अस्पताल में भी 10 बेड का एक वार्ड तैयार किया है, जिससे मरीजों को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके. 


तैयार है स्वास्थ्य विभाग
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग वायरल फीवर और डेंगू को लेकर पूरी तरह से तैयार है.  तैयारी सीएचसी और पीएचसी स्तर पर भी कर ली गई है. अधिकारी के दावों को लेकर एबीपी गंगा की टीम जिला अस्पताल पहुंची और चेक किया कि क्या वाकई डेंगू का कोई मरीज भर्ती है या नहीं. जिला अस्पताल में डेंगू केमरीज भर्ती मिले. इन मरीजों के तीमारदारों से भी एबीपी गंगा की टीम ने बात की. 


चाइल्ड पीजीआई में मिले डेंगू के मरीज 
जिला अस्पताल के बाद एबीपी गंगा की टीम चाइल्ड पीजीआई पहुंची जहां पर डेंगू से पीड़ित बच्चों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की गई. यहां पता चला कि 4 बच्चे डेंगू से पीड़ित थे जिसमें से 3 बच्चे ठीक होकर घर जा चुके हैं. एक बच्चे का उपचार अभी भी चल रहा है. इस बीच अगर निजी अस्पतालों की मानें और सरकारी अस्पतालों में मिले डेंगू के मरीजों को संख्या पर बात करें तो कहीं ना कहीं जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मरीजों के आंकड़े छिपाते दिखे.  


ऐसे करें बचाव 
डॉक्टर से ये भी जानने की कोशिश की गई कि आखिरकार डेंगू और वायरल फीवर से कैसे बचा जा सकता है. इसे लोकर डॉक्टर ने कहा कि घरों में साफ पानी जमा होने ना दें इसके अलावा अपने आसपास भी ध्यान रखें कि पानी इकट्ठा ना हो. साथ ही फुल कपड़े पहनें, जिससे डेंगू के मच्छरों से बचा जा सके. वायरल फीवर को लेकर बताया कि जैसे ही हल्का जुखाम या बुखार हो तो उसको लेकर के खुद उपचार ना करें. तत्काल नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें, ताकि सही समय पर सही इलाज मिल सके. डॉक्टरों ने सलाह दी कि ठंडा पानी कम पिएं और हो सके तो रात में भी फुल कपड़े पहनकर ही सोएं.


स्क्रब वायरल से होगा बचाव
निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने स्क्रब वायरल को लेकर कहा कि ये वायरल बेहद खतरनाक है. इससे इंसान की जान तक जा सकती है इसलिए इस वायरल से सावधान रहना बेहद जरूरी है. ये वायरल जानवरों और चूहों से ज्यादा फैलता है. इसलिए, अपने आसपास चूहों और जानवरो को ना रहने दें. अगर जानवर हैं तो उनकी साफ सफाई का विशेष ध्यान दें ताकि इस वायरल से बचा जा सके.  



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