UP News: एटा मेडिकल कॉलेज (Etah Medical College) में रैगिंग का मुद्दा (Ragging Case) अब तूल पकड़ता जा रहा है. मजिस्ट्रियल जांच करने पहुंचे उप जिलाधिकारी अलंकार अग्निहोत्री ने जूनियर और सीनियर मेडिकल छात्रों के अलग अलग बयान लिये. उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और फैकल्टी मेंबर्स से भी अलग अलग बात की. प्रिंसिपल डॉ नवनीत कुमार ने रैगिंग और अनुशासनहीनता के आरोप में 30 सीनियर मेडिकल छात्रों को 1 दिसंबर को सस्पेंड कर दिया था. निलंबन के विरोध में बीती रात जमकर बवाल हुआ. स्थिति यहां तक बिगड़ गई की मेडिकल कॉलेज में पुलिस फोर्स बुलाना पड़ा.


एटा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मुद्दा गर्म


रैगिंग का मुद्दा मीडिया में आने के बाद जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने उप जिलाधिकारी अलंकार अग्निहोत्री को जांच के लिये एटा मेडिकल कॉलेज भेजा. उन्होंने जूनियर और सीनियर मेडिकल छात्रों के अलग अलग बयान लिये और प्रिसिंपल नवनीत कुमार समेत फैकल्टी मेंबर्स से भी बात की. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रॉक्टर, टीचिंग फैकल्टी और छात्रों के साथ चली बैठक में रैगिंग का मामला रफा दफा कर छात्रों के भविष्य को बचाने पर चर्चा हुई. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने रैगिंग की घटना से इंकार करते हुए कहा कि छात्रों के बीच मामूली विवाद थे. मिल बैठकर विवाद को सुलझा लिया गया है.


बोर्ड पर प्रिंसिपल के हस्ताक्षर से लगा नोटिस


गौरतलब है कि हॉस्टल में रैगिंग को खारिज करनेवाले प्रिंसिपल के हस्ताक्षर से ही निलंबन नोटिस बोर्ड पर चिपकाया गया था. एक दिसंबर को जारी नोटिस 30 सीनियर मेडिकल छात्रों के निलंबन की एटा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग होने की गवाही दे रहा है. रैगिंग और अनुशासनहीनता के आरोप में 30 सीनियर मेडिकल छात्रों का निलंबन नोटिस आज भी बोर्ड पर मौजूद है. जांच करने मेडिकल कॉलेज पहुंचे उप जिलाधिकारी अलंकार अग्निहोत्री ने भी रैगिंग की घटना को नकारा है. उनसे पूछा गया कि एक छात्र के अभिभावक ने लिखित में रैगिंग की लिखित शिकायत मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से की है. उन्होंने लिखित शिकायत की जानकारी नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया.




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जांच करने पहुंचे एसडीएम ने जानें क्या कहा?


एसडीएम अलंकार अग्निहोत्री ने बताया कि फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर के कुछ छात्रों का विवाद था. कुछ सीनियर छात्रों के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई की गई थी. सीनियर छात्रों ने बात में संस्थान से संबंधित कुछ शिकायतों की बात कही. शिकायतों की सुनवाई कर प्रिंसिपल को अवगत कराया गया है. अभिभावकों के रैगिंग की शिकायत पर उन्होंने कहा कि आज दोनों पक्षों से बात की गई है. व्यक्तिगत रूप से बात करने पर फर्स्ट ईयर के छात्रों ने रैगिंग की घटना से खुद इंकार किया है. नोटिस में निलंबन का कारण रैगिंग लिखे होने के सवाल पर एसडीएम ने कहा कि शिकायत पर जांच होने तक सस्पेंशन की कार्रवाई ठीक है. प्रिंसिपल ने निलंबन की कार्रवाई को वापस ले लिया है.