पीलीभीत, एबीपी गंगा। तालाब,पट्टे की जमीन,गरीब की जमीन पर कब्जा सुना होगा पर पीलीभीत में कब्रिस्तान पर ही कब्जा कर लिया गया। शहर के बीचो बीच कब्रिस्तान पर बीते 50 साल से कब्र के ऊपर मकान, डेरी और दुकान बना ली गई। कब्रिस्तान की एक एकड़ से ज्यादा जगह पर एक मजार भी है। मजार की देख रेख करने वाले लगातार भूमाफियों से लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन किसी सरकार में इनकी नहीं सुनी गई। लेकिन जब मोदी और योगी की सरकार आई तो फिर शिकायत का सिलसिला चालू हुआ, जिस पर अधिकारी सक्रिय हो गए और चेतावनी देने के बाद जब भूमाफियों ने अधिकारियों के आदेश का पालन नहीं किया तो भारी फोर्स के साथ लेडी सिंघम बन कर एसडीएस ने हाथ मे डंडा लेकर भारी पुलिस बल के साथ पूरी जगह का नक्शा ही बदल दिया।


एसडीएम वंदना त्रिवेदी ने मौके पर खड़े होकर भीड़ को खदेड़ कर जगह खाली करा दी गई। अतिक्रमण इतना अधिक है, जिसको हटाने में प्रशासन को सुबह से शाम हो गई। फिलहाल मुस्लिम लोगों का कहना है कि मोदी और योगी सरकार में ये जमीन आज खाली हो रही है, वरना हम यह लड़ाई बीते कई साल से लड़ रहे थे।



एसडीएम का कहना है कि मोहल्ले मदीने शाह में गाटा संख्या 399 की लगभग एक एकड़ कब्रिस्तान की जमीन है, जिसकी बाजार मूल्य करीब 5 करोड़ की है, कल इन भूमाफियाओं को नोटिस दिया गया था, जिसके बाद आज नगर पालिका को निर्देशित कर कब्रिस्तान का अवैध कब्जा हटवाया गया है। अवैध कब्जे में सांठ गांठ के सवाल पर एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई की बात कही।


अल्पसंख्यक अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन को अवगत कर कब्रिस्तान की जमीन से अवैध कब्जा हटवाया गया है, तत्कालीन अल्पसंख्यक अधिकारी के समय कोई आपत्ति रही होगी जिसके चलते इसकी बाउंड्री नहीं हो सकी और अवैध कब्जा रहा।


मौलाना ने बताया कि बीते करीब 50 सालों से इन भूमाफियाओं को लगातार प्रशासन ने नोटिस दिया लेकिन अभी तक जमीन खाली नहीं हो सकी थी। अब एसडीएम से शिकायत के बाद इस सरकार में कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा खाली कराया गया।


स्थानीय निवासी मोहम्मद रेहान का कहना है कि हम अपने बचपन से ही कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा देखा है लेकिन इस योगी सरकार में कब्रिस्तान को खाली कराया गया है। डेरियों व टाल वालों ने काफी समय से यहां कब्जा जमा रखा था, जिसमें कब्र दफनाने के लिए जगह तक नहीं मिल पा रही थी। अब इस योगी सरकार की वजह से कब्र को दफनाने की जगह भी मिल पाएगी इससे पहले भी कई बार जिला प्रशासन ने नोटिस कार्रवाई की लेकिन इस बार भूमाफियाओं को जड़ से उखाड़ खदेड़ने का काम हुआ है। अब देखना है इस बार ये कार्रवाई कब तक असर करेगी।