Kedarnath Yatra 2021: केदानाथ यात्रा पर ज रहे श्रद्धालुओं के लिए पुलिस और एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर आगे आ रहे हैं. तीर्थयात्रियों की मदद में जवान रात-दिन जुटे हुए हैं और तत्परता से रेस्क्यू कर राहत पहुंचाने में लगे हैं. देश के विभिन्न हिस्सों से आ रहे तीर्थयात्रियों को गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग में दिक्कतें हो रही हैं. ऐसे में पुलिस और एसडीआरएफ के जवान तीर्थयात्रियों की सेवा में लगे हैं. दरअसल, केदारनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है. रोजाना 10-11 हजार तीर्थयात्री धाम पहुंच रहे हैं.
श्रद्धालु सबसे अधिक यात्रा गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग से यात्रा कर रहे हैं. पैदल मार्ग पर तीर्थ यात्रियों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है. ऐसे में उनकी मदद के लिए पुलिस एवं एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं, जो समय से तीर्थयात्रियों को राहत पहुंचाने में लगे हैं.
बीती रात को एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली कि गरुड़ चट्टी के पास यात्री का पैर फ्रैक्चर हो गया है. सूचना के बाद लिन्चोली से हेड कांस्टेबल प्रेम प्रकाश की हमराह टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई. रेस्क्यू टीम की ओर से गरुड़ चट्टी पुल से लेकर भैरव ग्लेशियर तक नदी में सर्चिंग की गई, लेकिन कोई नहीं मिला. कुछ देर बाद पता चला कि ये सूचना गरुड़ चट्टी पुल की ना होकर छोटी लिन्चोली से नीचे नदी की थी. रेस्क्यू टीम ने फौरन छोटी लिन्चोली से नीचे नदी मे सर्चिंग शुरू की. सर्चिंग के दौरान दो व्यक्ति नदी के दूसरी तरफ फंसे हुए दिखाई दिए. टीम ने दोनो व्यक्तियों को रोप के माध्यम से सकुशल रेस्क्यू किया.
दोनों यात्री महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. यात्रियों ने बताया कि वे पुणे से उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा के लिए आये थे. उन्होंने बताया कि केदारनाथ मंदिर से गौरीकुंड की ओर वापस आते समय अपने मुख्य मार्ग को छोड़ दिया और जल्दी के चक्कर में नदी किनारे चलते गए. इस दौरान वे रास्ता भटक गए और नदी की दूसरी ओर फंस गए. दोनों यात्रियों ने क्विक रिस्पांस और कुशल रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ एवं पुलिस टीम का आभार व्यक्त किया. टीम में मुख्य आरक्षी प्रेम प्रकाश के हमराह आरक्षी नवीन कुमार, आरक्षी रमेश रावत, आरक्षी भूपेंद्र सिंह व आरक्षी प्रीतम शामिल थे.
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