लखनऊ, संतोष शर्मा। सपा सरकार के खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बीते दिनों लखनऊ के गाजीपुर थाने में गायत्री पर दर्ज हुई एफआईआर के बाद अब दूसरी एफआईआर लखनऊ के गोमती नगर विस्तार थाने में दर्ज हुई है. इस एफआईआर में गायत्री प्रसाद प्रजापति पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने गायत्री प्रसाद के बेटे अनिल प्रजापति को भी नामजद किया गया है. दर्ज कराई गई एफआईआर गायत्री प्रसाद प्रजापति की बेनामी कंपनियों के डायरेक्टर ब्रज भवन चौबे ने लिखाई है.
गायत्री प्रजापति के लिए नई मुश्किलें खड़ी हो गई हैं
गायत्री प्रसाद प्रजापति रेप के मामले में बीते 3 सालों से जेल की हवा खा रहे हैं. रेप के केस को रफा-दफा करने के लिए गायत्री प्रजापति ने अपनी करोड़ों की संपत्ति को आरोप लगाने वाली महिला के नाम दर्ज करा कर भले ही कोर्ट में बयान बदलवा दिया हो, लेकिन अब गायत्री प्रजापति के इस खेल से नई मुश्किलें खड़ी हो गई हैं.
बीते दिनों लखनऊ के गाजीपुर थाने में रेप पीड़िता के वकील दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने रेप पीड़िता और गायत्री प्रसाद प्रजापति पर रेप के मामले में पैरवी न करने के लिए जान से मारने की धमकी की एफआईआर दर्ज कराई थी. दर्ज एफआईआर में वकील ने आरोप लगाया कि महिला ने गायत्री से करोड़ों रुपए की संपत्ति अपने नाम करवा ली है, वहीं कोर्ट में पैरवी नहीं कर रहे. वो उल्टे जेल जाकर गायत्री प्रजापति से उन्हें धमकी दिलवा रही है.
लखनऊ के गोमती नगर विस्तार थाने में दर्ज हुई है एफआईआर
पहली एफआईआर के बाद यह दूसरी एफआईआर गुरुवार को लखनऊ के गोमती नगर विस्तार थाने में दर्ज करवाई गई है. गायत्री प्रजापति की तमाम बेनामी कंपनियों के कथित डायरेक्टर ब्रज भवन चौबे ने यह एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस कमिश्नर लखनऊ सुजीत पांडे के आदेश पर दर्ज हुई इस एफआईआर में गायत्री प्रजापति के साथ उनके बेटा अनिल प्रजापति और रेप का आरोप लगाने वाली चित्रकूट निवासी महिला भी शामिल है.
दर्ज कराई एफआईआर में कथित डायरेक्टर ब्रज भवन चौबे ने आरोप लगाया कि रेप पीड़िता का बयान बदलवाने के लिए गायत्री प्रजापति ने मोहनलालगंज की 2 बेनामी संपत्ति रजिस्ट्री कराने के बाद ब्रज भवन चौबे की निजी संपत्ति, गोमतीनगर विस्तार का मकान भी पीड़िता के नाम लिखवा दिया था. जिसके एवज में गायत्री की तरफ से उनके बेटे अनिल प्रजापति ने चेक भी दिए लेकिन उन चेकों को कभी बैंक में लगाने नहीं दिया गया.
इतना ही नहीं पीड़िता को चौथी संपत्ति आशियाना में रजिस्ट्री कराने के लिए भी ब्रज भवन चौबे को ही जिम्मेदारी दी गई थी. वहीं जब पीड़िता ने कोर्ट में गायत्री के पक्ष में बयान देना शुरू किया तो गायत्री ने ब्रज भवन चौबे को धमकाना शुरू कर दिया. जब ब्रज भवन चौबे ने अपनी संपत्ति और पीड़िता को दी गई रकम गायत्री प्रजापति से मांगना शुरू किया तो गायत्री प्रजापति ने केजीएमसी में बुलाकर रेप पीड़िता के सामने उसके बेटे पारण और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे डाली.
वहीं इस मामले में रेप पीड़िता भी ब्रज भवन चौबे के मकान पर कब्जा लेने के लिए धमकाने लगी. रेप पीड़िता ने ब्रज भवन चौबे को भी धमकाया कि गौतमपल्ली थाने में दर्ज कराई गई दूसरी एफआईआर में अभी उसके कोर्ट में बयान देना बाकी है और अगर ब्रज भवन चौबे ने गोमतीनगर वाला मकान नहीं दिया तो कोर्ट में रेप करने वालों में बृजभवन चौबे का भी नाम ले लेगी.
पीड़ित का दावा- गायत्री प्रसाद ने जेल में रहकर करोड़ों की संपत्ति उसके नाम करवाई
फिलहाल दर्ज कराई गई इस दूसरी एफआईआर में पीड़ित ने दावा किया है कि गायत्री प्रसाद ने जेल में रहकर करोड़ों की संपत्ति रेप पीड़िता के नाम करवाई. करोड़ों रुपए उसके बेनामी खातों में जमा करवाए, जिसके दस्तावेजी सुबूत उसके पास मौजूद हैं. फिलहाल लखनऊ पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी जालसाजी करने, साजिश रचने, जान से मारने की धमकी देने जैसी गंभीर धाराओं में गायत्री, उसके बेटे अनिल और कथित रेप पीड़िता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.
वहीं इस मामले में पुलिस अफसरों का कहना है कि एफआइआर दर्ज कर ली गई है. जरूरी जांच व सुबूत इकट्ठा होते ही जेल से बाहर घूम रहे आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी भी की जाएगी.
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