Paush Purnima 2024: माघ मेले में पौष पूर्णिमा पर दूसरा स्नान कल, संगम के तट पर उमड़ेगा आस्था का सैलाब
Prayagraj News: कल संगम के तट पर श्रद्धालुओं की दस लाख भीड़ उमड़ने का अनुमान है. पौष पूर्णिमा पर दूसरे स्नान के साथ कल्पवास की विधिवत शुरुआत हो जाएगी. संगम के तट पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है.

Paush Purnima 2024: धर्म की नगरी प्रयागराज (Prayagraj) के संगम तट पर लगे माघ मेले (Magh Mela) में कल (25 जनवरी) पौष पूर्णिमा का स्नान पर्व है. इस मौके पर प्रयागराज के संगम तट पर आस्था का सैलाब उमड़ेगा. गंगा-यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में साधु- संतों के साथ करीब दस लाख श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे. पौष पूर्णिमा पर स्नान पर्व के साथ संगम की रेती पर एक महीने का कल्पवास प्रारंभ हो जाएगा. पौष पूर्णिमा के स्नान का समय सुबह चार बजे से शुरू हो रहा है.
पौष पूर्णिमा का स्नान पर्व
माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है. पुलिस और पीएसी के साथ पैरामिलिट्री फ़ोर्स और एटीएस के कमांडो भी संगम तट पर निगरानी रखेंगे. कल्पवास की विधिवित शुरुआत के साथ तम्बुओं की अनूठी नगरी पूरी तरह आबाद हो जाएगी. श्रद्धालु नियम संयम का पालन करते हुए लिए मोक्ष की कामना करेंगे. माघ में हर साल लाखों श्रद्धालु एक महीने तक मोह- माया त्याग कर तंबुओं की नगरी में कल्पवास करते हैं.
संगम तट पर उमड़ेगी भीड़
दुनिया में कल्पवास सिर्फ प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर होता है. पौराणिक मान्यता है कि पौष पूर्णिमा के दिन से तैंतीस करोड़ देवी-देवता भी संगम की रेती पर एक महीने तक विराजमान हो जाते हैं. मान्यताओं के मुताबिक़ संगम की रेती पर कल्पवास करने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन-मरण के बन्धनों से आजादी मिलती है. पौष पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए एक दिन पहले लाखों श्रद्धालु माघ मेला क्षेत्र में आ चुके हैं. शाम को संगम पर गंगा की विशेष आरती भी की जाएगी. माघ मेले के डीआईजी राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि दूसरे स्नान पर्व की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाओं के साथ पर्याप्त सुरक्षा भी मुहैया कराई जाएगी.
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