पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सटरिंग खोलते ही गिरा लेंटर, सच जानने पहुंची एबीपी गंगा की टीम के साथ की गई बदसलूकी
मेरठ में कुछ दिन पहले पूर्व माध्यमिक विद्यालय के कमरे की छत का लेंटर डाला गया. लेकिन, जैसे ही लेंटर की सटरिंग खोली गई लेंटर गिर गया. ठेकेदार से जब इस बारे में बात की गई तो उसने अपने लोगों के साथ एबीपी गंगा की टीम के साथ बदसलूकी की.
मेरठ: मुरादनगर के श्मशान घाट के लेंटर की आग अभी शांत नहीं हुई कि मेरठ के मुंडाली के आड़ गांव में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सटरिंग खोलते वक्त लेंटर गिर गया. ठेकेदार का कहना ही कि लेंटर गिरा नहीं है. लेंटर में जो सीमेंट इस्तेमाल की गई थी वो खराब थी जिससे लेंटर हल्का झुक गया था जिसे तोड़ा गया हैं. एबीपी गंगा की टीम मौके पर पहुंची और घटना का जायजा लेकर वहां से जाने लगी तो ठेकेदार गुड्डू के कुछ लोगों ने रिपोर्टर और कैमरापर्सन के साथ बदसलूकी की और खबर को डिलीट करने का दबाव बनाने लगे.
एबीपी गंगा की टीम के साथ हुई बदसलूकी एबीपी की टीम ने खबर से समझौता नहीं किया. इस पूरे प्रकरण में अगर ठेकेदार की बात को ही सच मान लें तो आरसीसी का लेंटर इतना कमजोर कैसे हो सकता है कि वो सटरिंग खोलते ही झुक जाए. अब सवाल ये उठता है कि अगर मटेरियल अच्छा लगा था तो लेंटर झुका क्यों. अगर निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ तो अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई. ये सवाल ठेकेदार गुड्डू को भी खटक गए और उसने अपने लोगों के साथ एबीपी गंगा की टीम के साथ बदसलूकी की. प्रधान के पहुंचने और एसएसपी को जनकारी देने के बाद एबीपी की टीम वहां से निकल सकी.
सटरिंग खोलते ही गिर गया लेंटर दरअसल, मेरठ के मुंडाली थाना क्षेत्र के आड़ गांव के बारे में जनकारी मिली थी कि कुछ दिन पहले पूर्व माध्यमिक विद्यालय के कमरे की छत का लेंटर डाला गया. लेकिन जैसे ही लेंटर की सटरिंग खोली गई लेंटर गिर गया. जिसके बाद ठेकेदार ने बचा हुआ लेंटर तोड़कर दोबारा लेंटर के लिए सटरिंग लगवानी शुरू कर दी. जब लोगों ने सवाल किया तो ठेकेदार ने कहा कि थोड़ी कमी थी इसलिए लेंटर तोड़ा है. ये बात तो समझ में आती है कि लेंटर अगर सही नहीं था तो तोड़ दिया गया लेकिन, खिड़कियों के ऊपर पड़े स्लेप को क्यों तोड़ा वो तो सही था.
सीएम योगी ने दिए हैं सख्त निर्देश प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिए हैं कि अगर कहीं निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाए. लेकिन, यहां अभी तक कोई अधिकारी जांच के लिए नहीं पहुचा है. फिलहाल इस पूरे मामले कि जांच अल्पसंख्यक अधिकारी तारिक जमील कर रहे हैं जिनकी जांच के बाद ही सच सामने आ सकेगा.
ये भी पढ़ें: