कानपुर, एबीपी गंगा। राजधानी लखनऊ में हुई हिंदूवादी नेता की हत्या के बाद से कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कानपुर में ऐसी कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए दो प्रमुख हिंदूवादी नेताओं को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। बीते दिनों लखनऊ में हिंदूवादी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिससे अन्य हिंदूवादी नेताओं की जान को खतरा पैदा हो गया है। कानपुर में विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े प्रकाश शर्मा व बजरंग दल के अवध बिहारी मिश्रा हिंदूवादी नेताओं के रूप में काम करते हैं। लखनऊ जैसी घटना दोबारा न हो इसलिये दोनों हिंदूवादी नेताओं को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। पुलिस सुरक्षा मिलने के बाद जब अवध बिहारी से बात की गई तो उन्होंने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि मुझे ना कोई खतरा लगता है और न ही उस खतरे की परवाह है। किसी इनपुट के आधार पर प्रदेश सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान की गई है तो वो उनकी जिम्मेदारी का हिस्सा है। किसी व्यक्ति या अन्य को सुरक्षा दे देने से ना तो प्रदेश सुरक्षित होगा और ना ही देश।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से इस्लामिक संगठन पूरी दुनिया को अस्थिर करने में लगा हुआ है, जहां-जहां इनकी संख्या बहुमत में है वहां गैर इस्लामिक मतावलम्बियों का जीना दूभर है। आतंक और अस्थिरता पैदा करना इनकी मजहबी शिक्षा और उसका परिणाम है। प्रदेश देश और पूरी दुनिया को स्थिर, शांत और व्यवस्थित रखना है तो जेहादी इस्लामिक आतंक के विरुद्ध संगठित होकर सामूहिक प्रयत्न करने की आवश्यकता है। चाहे लखनऊ की घटना हो या फिर अन्य प्रदेशों की घटना हो उनको संज्ञान में लेकर बहुसंख्यक हिन्दू समाज को संगठित होकर सावधान होने के जरुरत है। सुरक्षा को देकर तात्कालिक रूप से भले ही कुछ राहत का अनुभव किया जा सकता हो, लेकिन इसका स्थाई इलाज यही है कि जेहाद की इस्लामिक शिक्षा है उस पर प्रतिबंध लगे। ऐसे लोगों को किस प्रकार से ठीक किया जा सके उसके लिए केवल भारत ही नहीं दुनिया के तमाम देशों को इसकी चिंता करने की आवश्यकता है।
कानपुर के दो हिंदूवादी नेताओं को पुलिस सुरक्षा देने के बारे में जब एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लखनऊ में हिन्दू महासभा के अध्यक्ष की ह्त्या के बाद कानपुर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा हुई कि किन-किन धार्मिक संगठनों के लोगों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। एहतियातन अभी प्रकाश शर्मा व अवध बिहारी मिश्रा को गनर मुहैया कराया गया है। और किन लोगों को सुरक्षा दी जाए इसको लेकर एलआईयू जांच कर रही है उसके बाद अन्य लोगों को सुरक्षा दी जाएगी।