कानपुर: यूपी कांग्रेस चुनाव कमेटी में दिग्गज नेता श्रीप्रकाश जयसवाल को जगह नहीं दी गई है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जबरदस्त प्रदर्शन को लेकर इस कमेटी को बनाया गया है. इस समिति पर पार्टी की रणनीति, उम्मीदवार चयन, प्रचार के लिए की अहम ज़िम्मेदारी होगी. लेकिन ताज्जुब की बात ये है कि यूपी के कद्दावर कांग्रेसी श्रीप्रकाश जायसवाल का नाम गायब है. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों?
कद्दावर नेता हैं श्रीप्रकाश जायसवाल
विधानसभा चुनाव 2022 के लिए उत्तर प्रदेश में सभी सियासी दल अपने संगठन को मांझने में लगे हुए हैं. यूपी कांग्रेस चुनाव कमेटी का गठन हो गया है और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को ना सिर्फ जगह दी गई है बल्कि यह जिम्मेदारी भी दी गई है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन कैसे भी करके पाए. लेकिन इस लिस्ट को देखने पर एक नाम गायब दिखता है और इसी के साथ सवाल भी उठ खड़े होते हैं कि यूपी का कद्दावर कांग्रेसी चेहरा श्री पकाश जयसवाल इस लिस्ट से क्यों गायब है? जबकि कानपुर क्षेत्र से 5 लोगों को इस लिस्ट में जगह मिली है. कमेटी में अजय कपूर, राजीव शुक्ला, राजाराम पाल राकेश सचान, सोहेल अंसारी शामिल किये गए हैं. चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने वाली कमेटी 14 अगस्त को कानपुर का दौरा करेगी. सुबह 11:00 बजे से 5:00 बजे तक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों संग बैठक कर समिति समस्या जानेगी. लेकिन जानकारों की माने तो श्री प्रकाश जयसवाल का इस लिस्ट में ना होना बड़े सवाल खड़े करता है. वरिष्ठ पत्रकार महेश शर्मा की माने तो इसके दो कारण हो सकते हैं पहला राहुल और प्रियंका से नजदीकी ना होना, उनकी लिस्ट में फिट न बैठना और दूसरा पिछले एक डेढ़ साल में कांग्रेस पार्टी में कम सक्रियता.
क्या कहना है जानकारों का
जानकारों की माने तो, इस 38 सदस्य चुनाव समिति की घोषणा होने के बाद सवाल उठना लाजमी भी हैं, क्योंकि अगर श्रीप्रकाश जायसवाल को उम्रदराज होने के बावजूद इस लिस्ट में जगह नहीं दी गई है, तो प्रमोद तिवारी और सलमान खुर्शीद को क्यों? जानकार बताते हैं कि श्री प्रकाश जयसवाल पार्टी के आदेश पर विधानसभा चुनाव लड़ने को भी तैयार हो सकते हैं, हालांकि वह 2024 के चुनाव की तैयारी में भी अभी से जुटे हुए हैं.
यूपी से बड़े नेताओं को शामिल किया गया
राजनीति को करीब से जानने वालों की माने तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के जितने बड़े चेहरे हैं, उन सभी को इस लिस्ट में समायोजित पार्टी ने किया है. चाहे वह प्रमोद तिवारी हो सलमान खुर्शीद हो पीएल पुनिया, निर्मल खत्री, आरपीएन सिंह, प्रदीप माथुर, राजेश मिश्रा, प्रमोद कृष्णम, नसीमुद्दीन सिद्धकी बनारस से अजय राय हो या अमेठी से दीपक सिंह या फिर नूर बानो लेकिन श्रीप्रकाश जैसे कद्दावर कांग्रेसी इस लिस्ट से दूर क्यों है यह समझ से परे दिखता है. पार्टी श्रीप्रकाश जायसवाल के लंबे राजनीतिक अनुभव का खूब फायदा उठा सकती है, इस लिस्ट से उनका नाम गायब होना किस रणनीति का हिस्सा है यह आगे आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा.
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