लखनऊ: राजधानी लखनऊ में बुधवार रात शहर के सबसे बड़े सर्राफा कारोबारी बद्री सर्राफ के मालिक को कार सवार बदमाशों ने गोली मार दी. सरे शाम हुई इस वारदात के पीछे परिजन पुरानी रंजिश को वजह बता रहे हैं लेकिन इस घटना ने लखनऊ की सड़कों पर होने वाली पुलिसिंग पर सवाल खड़े कर दिए.


सर्राफ को मारी गोली


लखनऊ के विकास नगर रिंग रोड स्थित बद्री सर्राफ के मालिक अभिषेक केशरवानी को कार सवार बदमाशों ने उस वक्त गोली मार दी, जब वह अपनी पत्नी के साथ शोरूम बंद कर घर जा रहे थे. शोरूम से महज एक किलोमीटर की दूरी पर सीमैप गेट नंबर एक के पास कार सवार बदमाशों ने अभिषेक केशरवानी को रोकने की कोशिश की, अभिषेक ने कार नहीं रोकी तो चलती गाड़ी में एक बदमाश ने गोली चला दी. कार सवार बदमाश अभिषेक को एक गोली मारकर फरार हो गए. घायल को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है.


भू-माफिया पर लगाया आरोप


घायल अभिषेक केशरवानी के पिता सुधीर केसरवानी ने आरोप लगाया कि उनके बेटे पर चली गोली के पीछे मोहनलालगंज के भू-माफिया अष्टभुजा पाठक और फरीदाबाद में रहने वाले उनके भाई राजेश केसरवानी का हाथ हो सकता है. अष्टभुजा पाठक और राजेश केसरवानी पर नामजद एफआईआर दर्ज करवाई गई है.


संपत्ति विवाद


अब तक की पूछताछ में साफ हुआ है कि अभिषेक केसरवानी का मोहनलालगंज के पुरसैनी में 14 करोड़ से ज्यादा की कीमती जमीन को लेकर स्थानीय भूमाफिया अष्टभुजा पाठक से विवाद चल रहा है. 2 साल पहले दोनों के बीच में मारपीट भी हुई ,महिला से छेड़खानी के आरोप में अष्टभुजा पाठक पर एफआईआर भी दर्ज करवाई गई थी. वहीं, दूसरी तरफ नामजद दूसरे आरोपी राजेश केसरवानी का अभिषेक केशरवानी और उनके पिता से संपत्ति विवाद चल रहा है. फिलहाल पुलिस ने वारदात के 10 घंटे के अंदर ही नामजद किए गए आरोपी अष्टभुजा पाठक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी. क्राइम ब्रांच समेत 12 टीमें इस पूरी घटना में शामिल बदमाशों की धरपकड़ के लिए लगा दी गई.


पिता सुधीर केसरवानी ने इस घटना में अपने ही भाई राजेश केसरवानी और मोहनलालगंज के भू माफिया अष्टभुजा पाठक को नामजद किया है. पुलिस भी नामजद किए गए अष्टभुजा पाठक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.