एंबुलेंस हड़ताल बनी मरीजों के लिए काल, समय से अस्पताल न पहुंचने पर मरीज की हुई मौत
यूपी के श्रावस्ती में एंबुलेंस की हड़ताल से मरीजों के तीमारदार परेशान हैं. यही नहीं, गंभीर मरीजों की तो जान पर बन आई है.
Ambulance Strike in Shravasti: श्रावस्ती में एंबुलेंस की हड़ताल लोगों के लिए ऊपर काल बनकर टूटने लगी है. मरीज अस्पतालों के बाहर तड़पते हुए नजर आ रहे हैं. ना ही उन्हें एंबुलेंस मिल पा रही है और ना ही प्राइवेट गाड़ियां. प्राइवेट गाड़ियां जो मिल रही हैं वह बहुत ज्यादा दाम मांग रहे हैं, जिसका खामियाजा मरीजों और तीमारदारों को भुगतान पड़ा रहा है. दूरदराज से तीमारदार पैदल चलकर अपने मरीजों को लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं तो कुछ दो पहिया वाहन पर. एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर जाने से सारी सेवाएं ठप नजर आ रही हैं, अब आलम यह है कि जिन गरीबों के पास प्राइवेट वाहन नहीं है. वह अपने मरीजों को मरता हुआ देख रहे हैं.
परेशान हो रहे हैं मरीज
श्रावस्ती में आज दूसरे दिन भी एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल जारी है. जनपद में सिर्फ तीन ही एंबुलेंस जो सेवा में हैं. बाकी जगह से एंबुलेंस भिनगा जिला मुख्यालय पहुंचकर हड़ताल का हिस्सा बनी है. सैकड़ों एंबुलेंस स्टेडियम परिसर में खड़ी हैं, लेकिन अस्पतालों का अगर रुख किया जाए तो यहां पर तीमारदार अपने मरीजों को लिए भटकते हुए नजर आ रहे हैं. कोई रिक्शे से तो कोई मोटरसाइकिल से अपने मरीजों को लेकर पहुंच रहा है, लेकिन एंबुलेंस कहीं नहीं, फोन बज रहे हैं लेकिन एंबुलेंस की सेवा नहीं मिल पा रही है.
गंभीर मरीज को नहीं मिली एंबुलेंस हुई मौत
ऐसा ही एक मरीज कल इकौना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया था, जिसके पेट की आंतो में पानी भर गया था, उसकी हालत काफी गंभीर थी. डॉक्टरों के द्वारा उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया. मरीज की हालत काफी गंभीर थी परिजन घंटों तक एंबुलेंस को फोन करते रहे, लेकिन एंबुलेंस हड़ताल पर होने से नहीं मिल पाई. मजबूर होकर परिजनों ने किसी तरह उसे बहराइच जिला अस्पताल पहुंचाया लेकिन समय से एंबुलेंस न मिलने के कारण अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसकी मौत हो गई. जहां पर आज उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं सवाल उठता है कि, अगर एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल जल्द नहीं खत्म होगी तो ये हड़ताल मरीजों पर काल बनकर टूट पड़ेगी.
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