लखनऊ: सर्दियों की शरुआत होते ही कोरोना संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है. इस बीच, उत्तर प्रदेश में सितंबर में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित 11 जिलों में सीरो सर्वे कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को आ गई. इस सर्वे के तहत 22.10 फीसदी लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई. इसका सीधा मतलब यह है कि संक्रमित मरीज उपचार के बाद ठीक हुए हैं. इन नतीजों को ऐसे भी समझा जा सकता है कि इन जिलों में हर 22 वां व्यक्ति संक्रमित होने के बाद वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बनने की वजह से ठीक हो गया.


11 जिलों में किया गया सर्वे


इन 11 जिलों में लखनऊ, आगरा, बागपत, गाजियाबाद, गोरखपुर, कानपुर, कौशांबी, मेरठ, मुरादाबाद, प्रयागराज और वाराणसी शामिल हैं. सभी जिलों में 1,450 लोगों के सैंपल लिए गए थे. इस तरह करीब 16 हजार लोगों का सीरो सर्वे किया गया और इनमें 3,525 लोगों में एंटीबॉडी मिली.


अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुये कहा कि किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की मदद से 11 जिलों में लोगों के ब्लड सैंपल की जांच की गई. सितंबर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही थी और कम्युनिटी ट्रांसमिशन का पता लगाने के लिए सीरो सर्वे कराया गया. सीरो सर्वे में विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए. फिर इन खून के नमूनों का एलिसा (एंजाइम -लिंक्ड इम्यूनोसेर्बेंट ऐजे) टेस्ट किया गया. इंसान के अंदर कोरोना वायरस की जांच के लिए इसे किया जाता है और उसमें एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है.


क्या है सीरो सर्वे 


गौरतलब है कि, यूपी में कोरोना वायरस के कम्युनिटी स्प्रेड का पता लगाने के लिए सीरो सर्वे शुरू किया गया था. इस सर्वे से यह पता लगाया जाता है कि किस अनुपात में आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हुई है. सीरो सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के सीरम की जांच होती है. लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के एंटीबाडी मौजूद हैं या नहीं, इसका भी पता चलता है. साथ ही इसकी भी जानकारी होती है कि कौन व्यक्ति कब संक्रमित हुआ और कब ठीक हो गया.


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