Gorakhpur Corona Vaccination: वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के बाद वैक्सीनेशन के महाअभियान को झटका लगा है. कोविशील्ड और कोवैक्सिन की शार्टेज की वजह से एक जुलाई से शुरू होने वाले इस अभियान को अगले सप्ताह तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. एक जुलाई यानी आज से इस अभियान को शुरू होना था. बुधवार तक कोविशील्ड की 867 और कोवैक्सिन की 432 डोज बची हैं. सामान्य रूप से 120 बूथ पर 20 हजार लोगों के वैक्सीनेशन का टार्गेट रहा है. लेकिन, वैक्सीन के अभाव में हर दिन ये संख्या 3000 से 3500 तक घटकर पहुंच गई. हालांकि, मेगा वैक्सीनेशन में 50 से 60 हजार लोगों को हर दिन वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया था.
मेगा अभियान शुरू नहीं हो सका
गोरखपुर के 19 ब्लॉक, 23 अरबन पीएचसी और 19 रूरल पीएचसी-सीएचसी को मिलाकर मेगा वैक्सीनेशन अभियान एक जुलाई से शुरू होना था. तीसरी लहर के पहले गोरखपुर जिले के लोगों को वैक्सीनेट कर देने का लक्ष्य रहा है. यूपी के अन्य जिलों में भी गुरुवार से इस अभियान की शुरुआत होनी थी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को क्लस्टर में इसे करना है. प्लान था कि क्लस्टर बनाकर देना था, यानी आबादी को चार भागों में बांटकर आशा, ऐनम और स्टाफ सूचना देंगे और कैम्प लगाकर वैक्सीनेशन करने की योजना थी. यहां पर तहसीलदार, लेखपाल के साथ अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगानी थी. लेकिन, वैक्सीन की शार्टेज के चलते ये मेगा अभियान शुरू नहीं हो सका.
टार्गेट पूरा करने में लगा है स्वास्थ्य महकमा
सामान्य बूथों की संख्या घटाने के साथ अभियान को रोक दिया गया है. वैक्सीन की पर्याप्त वायल आने के बाद फिर से मेगा वैक्सीनेशन अभियान को शुरू किया जाएगा. बूथों के कम होने से जिला अस्पताल में वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी है. वैक्सीन की किल्लत और भीड़ की वजह से लोगों को वापस लौटना पड़ रहा है. गोरखपुर में अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेट करने के लिए सरकार के निर्देश के बाद एक जुलाई से मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाना था. इसके पहले ही गोरखपुर में मिनी मेगा वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था, जहां आमतौर पर 8 से 10 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी. वहीं, मिनी मेगा अभियान में ये संख्या 25 हजार से ऊपर पहुंच गई. इस बीच 30 से 32 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई गई. अभी गोरखपुर जिले में 9 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. स्वास्थ्य विभाग जल्द से जल्द शहर वासियों को वैक्सीनेट करने के प्रयास में है. तीसरी लहर के पहले ही इस टार्गेट को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य महकमा लगा हुआ है. ऐसे में वैक्सीन की शार्टेज की वजह से इस अभियान को रोक दिया गया है.
नजर आई लोगों की भीड़
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जिला चिकित्सालय के एमआरआई सेंटर में वैक्सीनेशन चल रहा है. गुरुवार को सुबह से ही यहां पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. यहां पर ना तो सोशल डिस्टेंसिंग ही दिख रही है, ना ही कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए कोई दिखाई दे रहा है. वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों की लंबी कतार लगी हुई है. भारी भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती देख लोग वापस जा रहे हैं. उनका कहना है कि वैक्सीन की शॉर्टेज भी है. इस बीच लोगों को उम्मीद कम है कि उन्हें वैक्सीन लग पाएगी. बूथों की संख्या घटने की वजह से भी यहां पर भीड़ बढ़ गई है.
लौट गए लोग
अलीनगर के रहने वाले डॉ अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि वो दूसरी डोज लगवाने के लिए आए थे. लेकिन, लम्बी लाइन और भीड़ की वजह से वो अभी वापस जा रहे हैं. मेगा वैक्सीनेशन अभियान के लिए ये बड़ा झटका है. क्योंकि, तीसरी लहर कितनी खतरनाक होगी, इसके बारे में वैज्ञानिक भी नहीं बता पा रहे हैं. अजय कुमार गुप्ता की पत्नी वर्षा गुप्ता ने बताया कि वो पहली डोज लगवाने के लिए आई हैं. भीड़ काफी अधिक है. लाइन भी काफी लम्बी है. इसलिए वापस जा रहे हैं.
जिला चिकित्सालय में है काफी भीड़
गोरखपुर के बशारतपुर के रहने वाले आरएस तिवारी बताते हैं कि बहुत से बूथों पर वैक्सीनेशन नहीं होने की वजह से जिला चिकित्सालय में काफी भीड़ हो गई है. उनका कहना है कि तमाम जगहों पर वैक्सीन की कमी है. महिलाओं की लाइन अलग है. लेकिन, यहां पर सभी को एक साथ ही खड़ा कर दिया गया है. उनका कहना है कि तीसरी लहर के पहले सभी को वैक्सीन लग जानी चाहिए. लेकिन, वैक्सीन की कमी के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है.
एक हफ्ते देरी से शुरू होगा अभियान
गोरखपुर के सीएमओ डॉ सुधाकर पाण्डेय ने बताया कि 11 से 12 हजार लोगों का वैक्सीनेशन रोज हो रहा था. उन्होंने बताया कि 21 जून के बाद से 30 से 32 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी. 21 तारीख से मिनी मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया था और इसमें अच्छी सफलता मिली. एक जुलाई से मेगा वैक्सीनेशन अभियान शुरू होना था, जो स्थगित हो गया है. मेगा वैक्सीनेशन अभियान अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगा. इसमें हम अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेट करेंगे. अभी थोड़ी शार्टेज है लेकिन, हम हर रोज 10 से 12 हजार लोगों का वैक्सीनेशन कर रहे थे. मेगा अभियान के लिए अभी स्टॉक नहीं है. मेगा वैक्सीनेशन अभियान में 50 से 60 हजार लोगों को हर रोज वैक्सीन लगाई जाएगी.
उपलब्ध करा दी गई है वैक्सीन
वैक्सीनेशन की किल्लत को दूर करते हुए स्वास्थ्य विभाग को 10 हजार कोविशील्ड वैक्सीन और 4200 कोवैक्सिन गुरुवार की दोपहर उपलब्ध करा दी गई है. इस बीच खबर है कि स्पूतनिक वैक्सीन की 8 लाख वायल गोरखपुर के लिए एलॉट हो गई हैं. लखनऊ आने वाली ये वैक्सीन गोरखपुर मंडल को मिलेगी. ये वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध होगी. इसके लिए 1400 रुपए खर्च करने होंगे. लेकिन, मेगा वैक्सीनेशन अभियान के स्थगित होने और एक सप्ताह से 10 दिन बाद शुरू होने की वजह से तीसरी लहर के पहले जिले के सभी लोगों को वैक्सीन लगवाने के लक्ष्य पर संशय पैदा हो गया है.
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