नई दिल्ली, एबीपी गंगा। बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना आजमी बेबाकी के साथ अपनी राय रखती हैं। शबाना सामाजिक सरोकार से जुड़े मसलों पर ट्वीट भी करती रही हैं। अब शबाना ने एक ट्वीट कर बताया है कि आखिर उनके पिता कैफी आजमी ने पद्मश्री क्यों लौटाया था। बॉलीवुड एक्ट्रेस और सोशल एक्टिविस्ट शबाना आजमी का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।



शबाना ने किया ट्वीट


शबाना आजमी ने ट्विटर पर लिखा कि 'मैं लोगों को याद दिलाना चाहती हूं कि मेरे पिता कैफी आजमी ने उस समय पद्मश्री लौटाया था जब केंद्र में कांग्रेस सरकार थी। वे उत्तर प्रदेश के मंत्री की उस टिप्पणी का विरोध कर रहे थे जिसमें कहा गया था कि उर्दू को सेकंड लैंग्वेज का दर्जा देने की मांग करने वालों का मुंह काला करके उनकी गधे पर परेड करवाई जानी चाहिए।'



टिप्पणी को हंगामा क्यों


शबाना आजमी ने इससे पहले भी ट्वीट कर कहा था कि 'मेरी एक टिप्पणी को लेकर इतना हंगामा क्यों हो रहा? मुझे नहीं पता था कि दक्षिणपंथियों की नजर में मैं इतनी अहम हूं। मुस्लिम मौलाओं ने मेरे खिलाफ उस समय फतवा जारी किया था जब मैंने दीपा मेहती की फिल्म 'वाटर' के लिए अपने सिर के बाल हटवाए थे...'


भड़के मंत्री गिरिराज सिंह


बता दें कि, केंद्रीय मंत्री और सीनियर बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने शबाना आजमी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने शबाना आजमी को टुकड़े-टुकड़े और अवॉर्ड वापसी गैंग का नया नेता करार दिया। मंत्री ने आरोप लगाया कि शबाना केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए देश के हितों को कमतर कर रही हैं। शबाना ने कहा था कि आजकल माहौल ऐसा है कि अगर सरकार की आलोचना की जाए तो आपको देश विरोधी करार दे दिया जाता है।



पहले भी निशाने पर रही हैं शबाना


शबाना आजमी ने कहा कि वह सरकार की आलोचना करते हुए सिर्फ बीजेपी तक ही सीमित नहीं हैं। शबाना के मुताबिक, जब कांग्रेस सरकार में थी तो उन्होंने लेखक सफदर हाशमी की 1989 में हुई हत्या को लेकर कांग्रेस सरकार की भी आलोचना की थी। बता दें कि शबाना आजमी अपने बयानों के लिए इससे पहले भी निशाने पर आ चुकी हैं।