Shafiqur Rahman Barq News: यूपी के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क़ ने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को भी INDIA गठबंधन में शामिल होना चाहिए. अगर वह तीसरे मोर्चे की तैयारी कर रहे हैं तो इससे इंडिया गठबंधन कमजोर होगा. अभी बीजेपी इंडिया गठबंधन से डरी हुई है इसलिए पूरे विपक्ष को एकजुट होना चाहिए. वहीं संसद के विशेष सत्र को उन्होंने धोखा बताया और कहा कि इसके पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है. विपक्ष को इसमें जाना चाहिए.
सपा सांसद ने शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि संसद सत्र में पूरे विपक्ष को शामिल होना चाहिए, अगर शामिल नहीं हुए तो वह एक तरफ़ा सब कुछ कर लेंगे. उनके सामने 24 का चुनाव है, यह सब उसी की तैयारी कर रहे हैं. इमरजेंसी के तौर पर जो यह सत्र बुलाया है जिस मकसद से बुलाया है उनका इलेक्शन का मकसद है ताकि जनता उनकी तरफ आकर्षित हो जाए. इस चीज से उनका फायदा नहीं होगा यह सब धोखा है, इसके पीछे कुछ और है. यह इससे अपना माहौल बनाना चाहते हैं.
'इंडिया' गठबंधन में शामिल हों मायावती और ओवैसी
सपा नेता ने कहा कि "ये लोग इलेक्शन का माहौल बनाना चाहते हैं और हालात को अपने हक में बनाना चाहते हैं क्योंकि हालत खराब हैं, अभी विपक्ष सब एक साथ है. मायावती उसमें शामिल नहीं हो रही है किसी वजह से क्यों नहीं हो रही हैं, लेकिन विपक्ष के संगठन INDIA का जहां तक ताल्लुक है जो हमने इंडिया नाम रखा है उससे बीजेपी घबराई हुई है. मैं सभी से गुजारिश करूंगा कि सब लोग शामिल हों. मायावती-ओवैसी भी इसमें शामिल हों, विपक्ष के जितने भी लोग हैं सबको इसमें शामिल होना चाहिए."
गठबंधन से डरी हुई है भाजपा
डॉ बर्क ने कहा, "भाजपा इंडिया गठबंधन से घबराई हुई है इसलिए ओवैसी और मायावती सहित जितने भी विपक्ष के दल हैं उनको भी इंडिया गठबंधन में आना चाहिए. अगर वह शामिल नहीं होंगे और अलग तीसरा मोर्चा बनाएंगे तो इससे नुकसान होगा. देश में जो मुद्दे हैं वह पार्लियामेंट में रखें उन पर सुनवाई करें, उनको सुनकर समस्या का हल करें. अगर इस वक्त जो पार्लियामेंट का विशेष सत्र में बुलाया है विपक्ष को भी उसमे जाना चाहिए मैं भी जाऊंगा. जब पूरा विपक्ष एकजुट होगा तभी भाजपा का मुकाबला हो सकता है. अगर विपक्ष के नेता अपनी अपनी राय को अलग अलग रखेंगे और अपनी ताकत को बांट देंगे तो इससे विपक्ष बिखर जाएगा.
सपा सांसद में हैरानी जताते हुए कहा कि पूरा विपक्ष इंडिया गठबंधन के नाम पर एकजुट हो गया, यह कोई आसान काम नहीं था. जब पूरा विपक्ष एकजुट हो चुका है तो सभी दलों को उसकी मदद करनी चाहिए और अलग से कोई गुट नहीं बनना चाहिए.