UP News: शाहजहांपुर में कथित तौर पर इलाज में कमी के चलते एक नवजात बच्चे की मौत से जुड़े एक मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक नर्स को निलंबित कर दिया है. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को इस मामले की जांच का आदेश दिया था. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एस पी गौतम ने बताया कि मामले की जांच सोमवार को कराई गई जिसमे प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर पर स्टाफ नर्स जगमीत कौर को निलंबित कर दिया गया . गौतम के अनुसार जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी.
सीएमओ ने बताया कि बंडा स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार रात दो बजे गर्भवती महिला किरण आई थी जहां डाक्टरों ने उसका परीक्षण किया और सुबह लगभग आठ बजे उसने एक बच्चे को जन्म दिया. गौतम के अनुसार बच्चे को सांस लेने में परेशानी के चलते उसे मेडिकल कॉलेज शाहजहांपुर रेफर कर दिया गया. उन्होंने बताया कि बच्चे के परिजन उसे मेडिकल कालेज ले जाने के बजाय एक निजी अस्पताल ले गए जहां बच्चे की मौत हो गई, जबकि प्रसूता अब भी अस्पताल में भर्ती है और वह स्वस्थ है.
ब्रजेश पाठक ने लिया था मामले का संज्ञान
नवजात बच्चे की मौत और प्रसूता की गंभीर हालत का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए सोमवार शाम तक रिपोर्ट मांगी थी. उन्होंने इस मामले पर किए गए ट्वीट में कहा कि शाहजहांपुर के बंडा स्वास्थ्य केंद्र में इलाज नहीं होने के कारण एक नवजात बच्चे की मौत की खबर है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा गया है कि वह इसका संज्ञान लेते हुए दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही करें.
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