शाहजहांपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया है. बता दें कि इस एक्सप्रेस वे सपना साल 2019 में संगम नगरी प्रयागराज में लगे कुंभ मेले में देखा गया था. प्रयागराज के कुंभ मेले में हुई योगी कैबिनेट की विशेष बैठक में ही गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण को मंजूरी दी गई थी. मीडिया को गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के बारे में मंजूरी दिए जाने की जानकारी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी थी. हालांकि गंगा एक्सप्रेस वे को लेकर कागज पर काम तो तकरीबन 14 साल पहले ही शुरू हो गया था लेकिन इसे अमली जामा योगी सरकार ने कुंभ मेले में ही पहनाया था.
4000 किसानों की जमीन हुई अधिग्रहीत
पूर्वी उत्तर प्रदेश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेस वे का समापन प्रयागराज में प्रतापगढ़ से प्रयागराज जाने वाले रास्ते पर सोरांव तहसील में होगा. सोरांव तहसील के जूड़ापुर दांदो गांव में 594 किलोमीटर का ये लंबा एक्सप्रेस वे खत्म होगा. प्रयागराज में 20 गांवों के तकरीबन 4000 किसानों की जमीने इसके लिए अधिग्रहीत की गई है. अब तक तकरीबन 97 फ़ीसदी किसानों को मुआवजा भी दिया जा चुका है. बचे हुए 3 फ़ीसदी किसानों को 1 महीने के अंदर ही मुआवजा देकर अधिग्रहण की कार्यवाही पूरी कर ली जाएगी.
एक्सप्रेस वे से मिलेगी ये सहूलियत
वहीं प्रयागराज में कुल 184 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जा चुकी है. दो साल बाद जब ये एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो जाएगा, तब प्रयागराज के लोगों को इससे काफी फायदा होगा. ये एक्सप्रेस वे उनके लिए योगी सरकार की तरफ से किसी बड़े तोहफे से कम नहीं होगा. प्रयागराज में जो जमीन अधिग्रहण हुआ है, उसकी रजिस्ट्री निर्माण एजेंसी यूपीडा के नाम से कराई जा रही है. तकरीबन 600 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण का काम तीन अलग-अलग कंपनियों को दिया जा रहा है. सिक्स लेन का ये एक्सप्रेस वे यूपी के विकास को नई रफ्तार देगा. प्रयागराज में साल 2024 के आखिरी में कुंभ मेले के आयोजन के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश- उत्तराखंड और दिल्ली समेत तमाम दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को इस एक्सप्रेस वे के बनने से काफी सहूलियत होगी.
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