UP News: उत्तर प्रदेश स्थित शाहजहांपुर (Shahjahanpur) में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक जिंदा किसान को सरकार दस्तावेजों में मृत बता दिया गया है. जबकि किसान को इस बात की जानकारी भी नहीं थी. जब किसान बैंक में अपने गन्ने के रुपए निकालने गया तो इस बात का खुलासा हुआ है. 


वहीं इस पूरे मामले के सामने आने के बाद पीड़ित किसान ने बताया, "हम बैंक में गन्ने के रुपए निकालने गए थे, तब हमें पता चला कि हम मर चुके हैं. हमारे पांच बेटे हैं." वहीं अब इस मामले में शाहजहांपुर स्थित तिलहर की एसडीएम का भी बयान सामने आया है. तिलहर की एसडीएम राशी कृष्णा ने बताया कि हमने राजस्व टीम गठित की और पता चला कि जून 2021 के तिलहर के BDO ने उनको मृत घोषित किया था. इसमें पंचायत सचिव की लापरवाही सामने आई थी, जिसके बाद उनको निलंबित किया. हमने जिला समाज कल्याण अधिकारी को रिपोर्ट भेजी है. जिसके बाद उनको प्रमाण पत्र दिया जाएगा.



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पीड़ित किसान की चिट्ठी
वहीं पीड़ित किसान की चिट्ठी सामने आई है. जिसमें कहा गया है कि 18 जून 2021 को वृद्धापेंशन पा रहे लाभार्थियों का स्थालीय सत्यापन कराया गया. जिसमें ऐसे लाभार्थी जो खंड विकास अधिकारी के स्तर से सत्यापन में मृतक दर्शाया गया है, जिसकी सूची संलग्न कर आपकी शाखा को प्रषित है. 


पीड़ित किसान ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि मैं बैंक से पैसा निकालने गया तो बैंक के द्वारा बताया गया कि आप खाते से लेन देन नहीं कर सकते हैं. अब इस मामले के सामने आने के बाद जांच हो रही है. अब अधिकारियों की माने तो जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले पर एक्शन लिया जाएगा. ये चिट्ठी तीन सितंबर को पीड़ित ओम प्रकाश द्वारा लिखी गई है. जिसके बाद से इस मामले ने तूल पकड़ रखी है.


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