UP Crime News: शाहजहांपुर (Shahjahanpur) जिले में दलित की बर्बरतापूर्ण पिटाई करने और भतीजे की दुकान से 13 हजार रुपये लूटने के आरोप पर बड़ी कार्रवाई हुई है. पाकड़ चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी नप गए हैं. पुलिस अधीक्षक ने तीनों को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है. बता दें कि मांस कारोबारी की पिटाई मामले ने काफी तूल पकड़ लिया था. हंगामा मचने के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी. नंदकुमार ने बताया कि सिपाही ऋषिपाल अत्री और सुमित सैनी खुले में मांस बेचने पर उठाकर चौकी ले गए थे. हिरासत में नंदकुमार की बेरहमी से पिटाई की गई. पुलिसकर्मियों ने 20 हजार रुपए रिश्वत में मांगे. मांग पूरी होने पर उन्होंने चौकी से जाने दिया.
नप गए मांस कारोबारी को पीटने वाले पुलिसकर्मी
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि घटना मंगलवार की है. अत्री और सैनी पर नंदकुमार को चौकी ले जा कर बेरहमी से पिटाई करने और 20 हजार के एवज में छोड़ने का आरोप है. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों ने नंदकुमार के भतीजे की दुकान में रखे 13 हजार रुपये भी लूट लिये. पुलिसकर्मियों पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है. मीणा ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद जांच का जिम्मा अपर पुलिस अधीक्षक सुधीर जायसवाल को सौंपा गया था.
रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई
जांच रिपोर्ट में पाकड़ चौकी प्रभारी दिनेशचंद्र, सिपाही ऋषिपाल अत्री तथा सुमित सैनी दोषी पाए गए हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है. मीणा ने काम में लापरवाही बरतनेवाले पुलिसकर्मियों को सख्त चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पुलिस का काम फरियादियों की शिकायतों को दूर करना है. बात ना सुनने वाले पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.