Kisan Mahapanchayat: पिछले 9 महीनों से दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर किसानों (Farmers) का आंदोलन जारी है. वहीं, अब संयुक्त किसान मोर्चा बैनर के तले किसानों की एक महापंचायत 5 सितंबर को होनी तय हुई है. जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत (Gaurav Tikait) जगह-जगह जाकर किसानों से महापंचायत में शामिल होने की अपील कर रहे हैं. गौरव टिकैत ने कहा कि एक आंदोलन देश को आजाद कराने का था और एक ये आंदोलन देश को गुलाम होने से बचाने के लिए चलाया जा रहा है. सभी को 5 सितंबर की महापंचायत (Mahapanchaya) में एकत्रित होकर देश को गुलाम होने से बचाना है.
मुजफ्फरनगर में होने जा रही है महापंचायत
दरअसल, कृषि कानूनों के विरोध को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन को 9 महीने हो गए हैं. कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन जगह-जगह महापंचायत कर रही है. जिसके चलते किसानों ने अब आंदोलन को और विस्तार दोने के मकसद से जगह-जगह महापंचायत करनी शुरू कर दी है. इसी क्रम में आगामी 5 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत होने जा रही है.
आंदोलन जीतेगा तो देश जीतेगा
शामली में भारतीय किसान यूनियन के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत जगह-जगह जाकर 5 सितंबर को होने वाली महापंचायत में किसानों से इकट्ठा होने की अपील कर रहे हैं. गौरव टिकैत का कहना है कि आंदोलन जीतेगा तो देश जीतेगा. अगर ये आंदोलन हार गया तो देश उस तर्ज पर चलेगा जैसे अंग्रेजों के जमाने में चलता था. जैसे ईस्ट इंडिया कंपनी यहां घुस आई थी.
देश को गुलाम होने से बचाना है
गौरव टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन महापंचायत में सभी खापों का साथ मिल रहा है. दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन में लगभग 600 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं. लेकिन, इस सरकार ने किसानों के हित में संवेदना से भरा एक शब्द भी नहीं बोला है. अब आप खुद ही सोचो कि ऐसी सरकार को क्या जवाब देना है. सभी को मतभेद भुलाकर आगामी 5 सितंबर को होने वाली महापंचायत में इकट्ठे होकर आंदोलन को जिताना है और देश गुलाम होने से बचाना है.
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