UP Crime News: शामली जनपद में एंटी करप्शन की सहारनपुर और मेरठ टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए रिश्वतखोर लेखपाल को रंगे हाथों धर दबोचा. लेखपाल वसीम चौहान 15 हजार रुपए की वसूली करते हुए पकड़ा गया. मामला आदर्श मंडी क्षेत्र के कस्बा बनत स्थित स्थित कृष्णा नदी पुल का है. मुजफ्फरनगर जनपद निवासी अमरदीप पुत्र रविन्द्र सिंह का ननिहाल शामली के गांव बनती खेड़ा में है. अमरदीप का भूमि विवाद शामली एसडीएम सदर के पास चल रहा था. एसडीएम सदर ने कुर्रे बंदी के आदेश लेखपाल को दिए थे.
नकदी के साथ रंगे हाथों रिश्वतखोर लेखपाल गिरफ्तार
हल्का लेखपाल कुर्रे बंदी के मामले में 50 हजार की रिश्वत मांगने लगा. फरियादी और लेखपाल के बीच बात ₹30000 में बनी. 30 हजार रुपए की अदायगी दो किस्तों में देना तय हुई. फरियादी अमरदीप ने रिश्वतखोरी की शिकायत एंटी करप्शन सहारनपुर से कर दी. जांच के बाद एंटी करप्शन की टीम ने संयुक्त रूप से कस्बा बनत कृष्णा नदी पुल पर आरोपी लेखपाल को 15 हजार रुपए नकदी लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद रिश्वतखोर लेखपाल को एंटी करप्शन की टीम ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया.
सहारनपुर और मेरठ की एंटी करप्शन टीम ने दबोचा
एंटी करप्शन अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता अमरदीप निवासी रतनपुरी जिला मुजफ्फरनगर की ननिहाली जमीन गांव बनती खेड़ा में है. वाद में कुर्रे बंदी के आदेश हो गए थे. आदेश लेखपाल वसीम चौहान के पास पहुंचा. उन्होंने फरियादी से 50 हजार रुपए की मांग की. दोनों के बीच मामला 30 हजार रुपए में तय हुआ. दो किस्तों में 15-15 हजार रुपए दिए जाने थे. शिकायत पर आरोपी लेखपाल को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया. 15 हजार रुपए देकर शिकायतकर्ता को लेखपाल के पास भेजा गया. घात में लगी एंटी करप्शन की टीम ने नकदी लेते हुए आरोपी लेखपाल को पकड़ लिया. एंटी करप्शन के पास रिश्वतखोरी की शिकायत 22 मई को आई थी. हमारी आठ सदस्य टीम ने आरोपी लेखपाल को पकड़ने की कार्रवाई की.