शामली: कृषि कानूनों के विरोध में शामली के एक किसान ने अपनी 10 बीघा गेहूं की फसल को नष्ट कर दिया है. किसान का कहना है कि हमने अपने अजीत सिंह को हराया है, हमने बहुत बड़ी गलती की थी लेकिन अब आगे से ऐसी गलती नहीं होगी. अगर कृषि कानून वापस नहीं होता है तो हम अपने बच्चों के साथ जहर खा लेंगे और मर जाएंगे. मौके पर मौजूद अन्य किसानों ने उसे समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन अमरपाल ने अपनी फसल को नष्ट कर दिया.
फसल को किया नष्ट
मामला शामली के रेलपार का है जहां किसान ने अपनी 10 बीघा फसल पर ट्रैक्टर चलाकर उसे नष्ट कर दिया. अमरपाल अपने खेतों पर ट्रैक्टर लेकर पहुंचा और फसल को नष्ट करना शुरू कर दिया. जिसकी सूचना पाकर भारतीय किसान यूनियन के कुछ नेता और आसपास के लोग अमरपाल के खेत में पहुंचे और उसको फसल नष्ट करने से रोका. लेकिन, अमरपाल नहीं रुका और फसल को नष्ट कर दिया. अमरपाल ने कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होता है वो फसलों को ऐसे ही नष्ट करते रहेंगे. इस दौरान लोगों ने अमरपाल रोकने का प्रयास भी किया.
किसान के पास कुछ नहीं रहा
किसान अमरपाल का कहना था कि वो दुखी होकर फसल को नष्ट कर रहे हैं. महंगाई लगातार बढ़ रही है. डीजल-पेट्रोल महंगा हो गया है. सारा बोझ किसान पर ही पड़ता है. सरकार एमएसपी पर कोई कानून नहीं बन रही है. जब किसान दुखी होगा तभी तो अपनी फसल को बर्बाद करेगा. उन्होंने कहा कि जैसे दुनिया मांग कर खा रही है हम भी इसी तरह मांग कर खा लेंगे. किसान के पास कुछ नहीं रहा. किसान अमरपाल ने रो-रोकर बताया कि बच्चों का हम क्या करें, अपने बच्चों को हम जहर देंगे और खुद भी जहर खाएंगे. फसल का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है और गन्ने की पेमेंट भी नहीं मिल रही है.
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