Shamli News: कहीं ये लापरवाही कर न दे बड़ा हादसा? पुल जर्जर होने के बावजूद गुजर रहे भारी वाहन, अब तक नहीं कोई एक्शन
Shamli Bridge: शामली एडीएम संतोष कुमार (Santosh Kumar) ने आश्वासन दिया कि पीडब्ल्यूडी विभाग से बात करके इस पुल की मरम्मत की जाएगी और भारी वाहनों के आवागमन को सख्ती से रोका जाएगा.
Shamli News: शामली (Shamli) सिसौली मार्ग पर गांव कुडाना के पास स्थित जर्जर पुल काफी पुराना हो गया है. इधर, प्रशासन इस पुल की ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिसके चलते कभी भी कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. यह पुल शामली, मुज़्ज़फरनगर बागपत ओर मेरठ जिलों को जोड़ता है और यहां वाहनों की आवाजाही काफी अधिक मात्रा में रहता है. शामली से करीब 4 किलोमीटर दूर कृष्णा नदी पर स्थापित यह पुल कहीं दशक पुराना हो गया है, पुल काफी संकीर्ण है और इस मार्ग पर बड़े वाहनों का काफी आना जाना लगा रहता है जिसकी वजह से यहां जाम की स्थिति भी बनी रहती है.
ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन और पीडब्ल्यूडी विभाग से भी की है लेकिन शायद अधिकारी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में बैठे हुए हैं. हालांकि शामली से भोराकला सिसोली मार्ग पर स्थित इस पुल के दोनों और करीब 5 साल पहले सड़क को चौड़ा कर दिया गया है लेकिन पुल की स्थिति जस की तस बनी हुई है.
करीब 60 साल से भी पहले बना था यह पुल
पुल पर केवल एक ही तरफ से वाहन आ जा सकते हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि पुल काफी कमजोर हो गया है और पुल बने करीब 60 साल से भी ज्यादा हो गए हैं और बड़े वाहनों का यहां से गुजरना चिंता का कारण है. पुल से करीब 6 किलोमीटर पूरब की ओर देहरादून दिल्ली कॉरिडोर एलिवेटर का निर्माण हो रहा है और इस मार्ग के निर्माण के लिए आसपास के किसानों के खेत से मिट्टी उठाई जा रही है लोडेड ट्रक इस पुल से गुजरते हैं तो इससे पुल के गिरने की संभावना बनी रहती है. अब इस तरह प्रशासन कब ध्यान देगा यह एक बड़ा सवाल है.
उधर जिला प्रशासन इस बात को तो स्वीकार कर रहा है कि पुल काफी जर्जर हो गया है और वह पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही भी मान रहा है, हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग ने पुल के निकट एक बोर्ड लगा रखा है, जिसमें भारी वाहनों की आवाजाही किए जाने की चेतावनी दी है, लेकिन इसके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है और भारी वाहन गुजर रहे हैं. एडीएम शामली ने आश्वासन दिया है कि पीडब्ल्यूडी विभाग से बात करके इस पुल की मरम्मत की जाएगी और भारी वाहनों को सख्ती से रोका जाएगा.
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