Shamli News: बच्चों का स्कूल कराया बंद और मकान भी बेचने को मजबूर, शामली में आखिर पलायन की क्या है मजबूरी?
UP News: शामली के कंडेला गांव में जलभराव से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. परिजनों ने बच्चों का स्कूल जाना बंद करा दिया है. मकानों पर भी बिकाऊ होने की जानकारी सार्वजनिक कर दी गई है.
UP News: शामली में जलभराव की समस्या से जूझ रहे छात्रों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है. करीब सौ परिवारों ने मकानों पर बिकाऊ भी लिख दिया है. 3 महीनों से नारकीय जीवन जीने को मजबूर लोगों की समस्या का समाधान अभी तक नहीं निकला है. धैर्य खो चुके ग्रामीणों ने समस्या का समाधान नहीं होने पर गांव से पलायन करने की चेतावनी दी. गांव कंडेला में जलभराव की समस्या से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. छात्रों को पानी के बीच स्कूल जाना पड़ता है. ड्रेस गंदी होने के साथ जूते और मौजे भी भीग जाते हैं.
जलभराव की समस्या को देखते हुए सौ परिवारों ने मकानों पर बिकाऊ लिख दिया. कंडेला गांव का मुख्य मार्ग आधा दर्जन गांवों को जोड़ता है. मार्ग पर एक जूनियर हाईस्कूल और दूसरा चौधरी मान सिंह राजकीय इंटर कॉलेज संचालित है. जूनियर हाईस्कूल में करीब 350 बच्चे और राजकीय इंटर कालेज में 250 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं. मुख्य मार्ग पानी से भर जाने के कारण बच्चे स्कूल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. परिजनों ने बीमारी से अच्छा बच्चों को घर बिठाना जरूरी समझा.
मकान बेचने को मजबूर ग्रामीण
जूनियर हाईस्कूल में अब केवल 125 ही बच्चे ही पहुंच रहे हैं. अभिभावक अपने साधनों से बच्चों को स्कूल छोड़ रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों को छात्रों की पढ़ाई से मतलब नहीं है. एसडीएम, डीएम और मुख्यमंत्री से शिकायत करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका. कंडेला गांव में मुख्य मार्ग पर जलभराव की समस्या से सौ परिवार पीड़ित हैं. अब उन्होंने मकान बेचकर पलायन करने का फैसला किया है. लोगों का कहना है कि दूषित पानी के कारण रिश्तेदारों ने आना बंद कर दिया है.
बच्चों की भी पढ़ाई करवाई बंद
ओवरफ्लो तालाब भी जलभर का कारण बना हुआ है. तालाब का पानी कंडेला गांव में जगह-जगह घुसा हुआ है. घरों की नींव में पानी समाने से हादसे की आशंका पैदा हो गई है. तालाब की सफाई होने पर ग्रामीणों को थोड़ी राहत मिल सकती है. पूरी राहत के लिए सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त कराना होगा. लोगों का कहना है कि सरकारी रास्ते से कब्जा हटने पर पानी की निकासी हो जाएगी. अधिकारी भी अवैध कब्जाधारियों पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं. निजी स्कूल के प्रबंधक अशोक चौहान ने बताया कि सड़क पर अवैध कब्जा होने से नाली का पानी रुक गया है.
जलभराव से कब मिलेगी निजात?
तालाब का पानी भी सड़क पर आ जाता है. बच्चे जलभराव के कारण स्कूल नहीं आ रहे हैं. समस्या का समाधान नहीं होने पर स्कूल को बंद करना पड़ेगा. महिला रीटा ने मकान बेचने की बात कही. उसने बताया कि बिक्री के लिए मकान पर बिकाऊ लिख दिया है. पलायन के बाद बीमारी से सुरक्षित रहेंगी. आरएलडी से सदर विधायक प्रसन्न चौधरी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार अमृत काल का बखान कर रही है, उसे महोत्सव के रूप में मना रही है.
दूसरी तरफ गंदगी के कारण बच्चों का स्कूल छूट जाना, सैकड़ों मकानों पर बिकाऊ लिखना सरकार को नहीं दिखाई दे रहा है. तालाब ओवरफ्लो है, गंदगी से ग्रामीण परेशान हैं, बावजूद उसके अब तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. उन्होंने सरकार से मांग की कि नए स्कूल ना खोल करके पुराने छात्रों की की व्यवस्था ठीक कर ले. गंदगी के अंबार से बच्चों का जीवन मुश्किल में पड़ गया है.
Basti News: 'स्वच्छता ही सेवा' के तहत देश भर में चला सफाई अभियान, बस्ती डीएम ने भी किया श्रमदान