UP News: शामली (Shamli) में जीएसटी कमिश्नर की टीम द्वारा छापेमारी से बाजार में हड़कंप मच गया. वहीं व्यापारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि मंदी के इस दौर में जीएसटी विभाग (GST Department) व्यापारियों का उत्पीड़न कर रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उसके खिलाफ व्यापारी अपनी बात शासन स्तर तक पहुंचाएगा. यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन छेड़ा जाएगा. शामली में अचानक जीएसटी विभाग की टीम पहुंची और उन्होंने व्यापारियों की दुकान पर छापेमारी की. इसकी जानकारी शहर में आग की तरह फैल गई. 


व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर विरोध किया. साथ ही विभाग की टीम को चेतावनी दी कि जीएसटी के नाम पर यदि किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न किया गया तो व्यापारी एकजुट होकर आंदोलन करेंगे. वहीं व्यापारी नेताओं का कहना है कि वे इस उत्पीड़न के विरोध में ऊपर तक अपनी बात को पहुंचाएंगे. यदि इसी तरह जीएसटी के नाम पर व्यापारियों का विरोध जारी रहा तो व्यापारी आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. 


हमे डराने का काम किया जा रहा है - व्यापार मंडल
वहीं, व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास ने कहा, 'आप अपने बाजार खोलो लेकिन जिन लोगों के पास जीएसटी नंबर नहीं है केवल उनका सर्वे किया जाए. बिना वजह व्यापारियों को परेशान मत किया जाए और इस तरीके से डराने का काम किया जा रहा है. यह गलत है कि इस तरीके से व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है जिसकी वजह से व्यापारियों ने पूरा बाजार बंद कर दिया गया है और मैं देखता हूं कि कौन आता है आप बाजार खोलो कोई छापेमारी नहीं होगी.' इस मामले में जीएसटी कमिश्नर का कहना है कि सालाना 40 लाख से ऊपर की सेल पर व्यापारियों से जीएसटी वसूली जाती है लेकिन कुछ व्यापारी अपनी सेल को कम दिखा कर जीएसटी की चोरी कर रहे हैं. ऐसे व्यापारियों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है.


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