Shamli Police Harassment: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के शामली (Shamli) जिले में पुलिस (Police) के उत्पीड़न (Harassment) से व्यापारी (Traders) परेशान हैं. परेशान व्यापारियों ने यह दुकान बिकाऊ है पोस्टर तक लगा दिए हैं. पुलिस व्यापारियों को धमकी दे रही ही है कि या तो दुकान का चालान काटेंगे या फिर सामान तोड़ेंगे. मामला कोतवाली क्षेत्र के शिव चौक का है, जहां पर पुलिस उत्पीड़न से परेशान होकर व्यापारियों ने अपनी दुकान पर पुलिस उत्पीड़न, यह दुकान बिकाऊ है कि लगाए पोस्टर लगाए हैं. व्यापारियों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) इंचार्ज संजय राणा (Sanjay Rana) लगातार परेशान कर रहे हैं. कहते हैं, अगर आपकी दुकान के बाहर स्कूटी या कोई वाहन खड़ा हुआ तो इसका चालान कर दूंगा और दुकान का भी चालान कर दूंगा.
परेशान हैं व्यापारी
व्यापारियों का कहना है कि आज तो संजय राणा ने हद ही कर दी. व्यापारियों का सामान तोड़ा और एक ठेले वाले के मुंह पर से फेंक कर मारा. उन्होंने कहा कि पुलिस व्यापारियों की सुरक्षा के लिए बताई जाती है लेकिन वही पुलिस व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है. पुलिस से परेशान हो रहे व्यापारियों ने अपनी दुकान पर, पुलिस उत्पीड़न कर रही है और यह दुकान बिकाऊ है के लगाए पोस्टर लगाए हैं.
पुलिस कर रही है परेशान
एक तरफ जहां गोरखपुर में व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या का आरोप पुलिस वालों पर लगा है वहीं दूसरी तरफ शामली में भी व्यापारियों का उत्पीड़न पुलिस के द्वारा किया जा रहा है. व्यापारियों ने परेशान होकर अपनी दुकान पर पुलिस उत्पीड़न कर रही है, यह दुकान बिकाऊ है के पोस्टर भी लगा दिए हैं. व्यापारियों का कहना है कि लगातार पुलिस परेशान कर रही है और धमकी दे रही है कि दुकान के बाहर वाहन मत खड़े करो वरना चालान कर देंगे. कई बार वाहनों के चालान भी किए गए हैं. व्यापारियों का आरोप है कि ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज संजय राणा ने व्यापारियों के साथ बदतमीजी और गाली गलौज की. मामला यहीं शांत नहीं हुआ संजय राणा ने व्यापारियों का सामान भी तोड़ा, जिससे परेशान होकर एक दर्जन व्यापारियों ने अपनी दुकान पर पुलिस उत्पीड़न कर रही है, यह दुकान बिकाऊ है... इसके पोस्टर लगा दिए हैं.
व्यापारी करें शिकायत
पूरे मामले को लेकर शामली एडिशनल एसपी ओपी सिंह का कहना है कि अगर व्यापारियों की तरफ से जो बताया जा रहा है, या ऐसी कोई समस्या है तो व्यापारी थाने में आकर या एसपी महोदय को या मुझे तहरीर दें. सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. लेकिन, ये बात समझ नहीं आ रही है कि व्यापारियों के बीच इतनी दूरी पुलिस प्रशासन की क्यों है. अगर उनको परेशान किया जा रहा था तो उन्होंने शिकायत क्यों नहीं की.
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