Uttar Pradesh News: भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का कहना है कि किसान अब आंदोलन करना सीख गया है इसलिए अब वह अपने ट्रैक्टरों का इस्तेमाल आंदोलन में करता रहेगा. उन्होंने कहा कि साजिश के तहत सरकार ट्रैक्टर को बंद करना चाहती है लेकिन वह आगामी 26 तारीख को ट्रैक्टर से ही लखनऊ पहुंचेंगे. शामली में ट्रैक्टर मार्च निकालने के बाद उन्होंने कहा कि किसानों के बहुत सारे मुद्दे हैं जिसको लेकर के शामली और अन्य जनपदों में आज ट्रैक्टर मार्च निकाला गया. गन्ना भुगतान, हाईवे के लिए अधिग्रहण की गई जमीन का उचित मुआवजा, ट्रैक्टरों पर मुकदमे और बिजली समस्या को लेकर ट्रैक्टर मार्च निकाला गया. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर से हादसा होने का कारण बताना एक बहाना है. हादसे किसी भी वाहन के साथ हो सकते हैं. ट्रैक्टर को बैन करना उचित नहीं है.
गन्ना डाला जाएगा कलेक्ट्रेट परिसर में- टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि आज देश को अडानी-अंबानी चला रहे हैं. टिकैत ने वन नेशन वन फर्टिलाइजर की प्रधानमंत्री की घोषणा के पीछे अडानी को फर्टिलाइजर बाजार में उतारने की साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि मिल मालिक गन्ने का एक 1 साल बाद भुगतान कर रहे हैं इससे बड़ा उनके लिए आमदनी का कोई दूसरा साधन नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि यदि यही स्थिति रही तो चालू सत्र में गन्ना मिल में ना डालकर कलेक्ट्रेट परिसर में डाला जाएगा. पराली जलाने पर प्रशासन द्वारा मुकदमा किए जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार कोई ऐसी तकनीक बता दें जिससे बिना पराली के धान उगाया जा सकता हो.
दबाव में काटा जा रहा ट्रैक्टरों का चालान- टिकैत
टिकैत ने कहा कि, किसानों को अपनी जमीन बचाने के लिए आंदोलन करना पड़ेगा. इस जमीन पर बड़े पूंजीपतियों की नजर है. भूमि अधिग्रहण के स्थान पर अब मॉडल एक्ट बनाया जा रहा है जिसमें प्रस्ताव पास करके किसी की भी जमीन को व्यापारियों के लिए हड़प लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज के आंदोलन से किसानों को एक बड़ी ताकत मिलेगी. राकेश टिकैत ने कहा कि अब सरकार के दबाव में आकर अधिकारी ट्रैक्टरों के चालान काट रहे हैं जिसमें 10,000 तक का जुर्माना लगाया जाता है लेकिन यह अब नहीं चलेगा.
मुलायम के जाने से किसानों का होगा नुकसान-टिकैत
टिकैत ने कहा, मुलायम सिंह यादव धरतीपुत्र कहे जाते थे. उनके जाने से देश के किसानों को बड़ा नुकसान होगा. हमारे बीच से मुलायम सिंह जी चले गए हैं और उससे किसान मजदूर गरीब का बहुत नुकसान होगा. मुलायम सिंह से हमारी बहुत मुलाकात हुई. वे गरीबों के लिए बहुत काम करते थे. जब वह मुख्यमंत्री थे तब हमारी पहली मुलाकात हुई थी और वे कई बार हमारे गांव सिसौली में भी आए हैं.
राकेश टिकैत का कहना है कि 8 दिन किसानों ने धरना प्रदर्शन किया था लेकिन अभी तक बकाया गन्ना भुगतान मिलों द्वारा नहीं किया गया है. बिजली की समस्या है और लोगों पर मुकदमे लिखे गए हैं. आज शामली अपना हिसाब लेने के लिए जा रहे हैं, बगैर पराली के चावल कैसे पैदा होगा. किसान पराली नहीं जलाएगा तो सरकार पराली खेतों से उठा ले. शामली में एक बड़ा निर्णय लिया जाएगा.