जब बरसती है शनि देव की कृपा तो जीवन में होता है बदलाव, जानें- कैसे करें शुभ-अशुभ की पहचान
नवग्रहों में शनि ही एक मात्र ऐसे ग्रह हैं जो सभी के प्रति सम भाव रखते हुए उनके कर्मों का फल देते हैं। अगर आपके कर्म बेहतर हैं तो शनि की कृपा से आप और अधिक उन्नति करेंगे।
आमतौर पर शनि देव का नाम सुनते ही लोगों के मन में डर का भाव उत्पन्न हो जाता है। कई बार तो शनि के प्रभाव को लोग अहितकारी मान लेते हैं लेकिन आपको बता दें कि शनि सभी के लिए अशुभ फलदायी नहीं होते हैं। शनि मंगलकारी भी हैं क्योंकि इन्हें न्याय का देवता कहा जाता है। नवग्रहों में शनि ही एक मात्र ऐसे ग्रह हैं जो सभी के प्रति सम भाव रखते हुए उनके कर्मों का फल देते हैं। अगर आपके कर्म बेहतर हैं तो शनि की कृपा से आप और अधिक उन्नति करेंगे। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आप कैसे जान सकते हैं कि शनि देव की कृपा आप पर बनी हुई है।
शनि आपका शुभ है तो इसकी दशा आते ही आपकी बातचीत का तरीका बदल जाएगा। आपकी वाणी में लाग-लपेट नहीं रहेगा। आप जो बोलेंगे वह साफ और स्पष्ट होगा। न्याय का साथ देंगे और झूठ बोलना कम कर देंगे। शुरू में लोग भले ही आपसे नाराज हो जाएं लेकिन बाद में आपकी प्रशंसा करेंगे और आपकी प्रतिष्ठा बढेगी।
जिन लोगों पर शनि का शुभ प्रभाव होता है और शनि अपनी दशा एवं गोचर में शुभ फल देने वाले होते हैं वह मांसाहारी और मदिरा सेवन करने वाला भी हो तो शनि की दशा आने पर इनसे दूर जाने लगता है। सात्विक और शुद्ध भोजन ही उसे पसंद आने लगता है। इनमें दया का भाव आ जाता है और दूसरों की सहायता करना इन्हें आनंद देता है। शनि की साढ़े साती और ढैय्या के दौरान आप में यह बदलाव आए तो समझ लीजिए शनि हानि नहीं लाभ देंगे। जिनका शनि प्रतिकूल है वह भी इन बातों को अपना ले तो शनि ज्यादा परेशान नहीं करेंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि का प्रभाव शरीर में हडि्डयों पर होता है। शनि जिनकी कुंडली में शुभ स्थिति में होता है और जिन्हें शनि की दशा में उन्नति मिलनी होती है उनके नाखून काफी मजबूत होते हैं। बालों और नाखूनों का मजबूत और स्वस्थ होना शुभ शनि की पहचान है।
शनि प्राचीनता का प्रतीक माने जाते हैं। शनि के शुभ होने पर मनुष्य इनकी दशा में आध्यात्मिक विचारों वाला हो जाता है। यह विषयों को गहराई से जानने में रुचि लेता है। इतिहास और पुराणों को जानने एवं पढ़ने की इच्छा बढ जाती है। अगर आपके मन भी ऐसे विचार आने लगें तो समझ लीजिए शनि कष्ट नहीं सुख देने वाले हैं।
शनि शुभ होने पर भूमिहीन और भवनहीन यानी जिनका अपना घर और मकान नहीं है वह भी जमीन और मकान के स्वामी बन जाते हैं। यानी शनि इन्हें इतना धन दिला देते हैं कि वह अपना घर और जमीन खरीद सकें। अगर धन है और मन नहीं बन पा रहा है तो शनि आपको इतना प्रेरित करते हैं कि आप स्थायी संपत्ति अर्जित करने के लिए उत्साहित हो जाएंगे।
शनि की आदत है कि वह व्यक्ति को कर्मठ बनाते हैं। जिन लोगों को शनि का शुभ फल मिलना होता है वह शनि की दशा आने पर मेहनती और कर्मठ हो जाते हैं। शुभ शनि के प्रभाव से लोग कम बीमार होते हैं और अपनी लगनशीलता से तरक्की और धन पाते हैं।