नई दिल्ली, एजेंसी। भारत के 47वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में सोमवार को जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने शपथ ग्रहण किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। निर्वतमान प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई रिटायर हो गए हैं और उन्होंने जस्टिस बोबडे को प्रधान न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति की सिफारिश की थी।


बता दें कि जस्टिस रंजन गोगोई 3 अक्टूबर 2018 को प्रधान न्यायाधीश बनाए गए थे और रविवार को वो रिटायर हो गए। उनकी जगह अब सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम जजों में शामिल जस्टिस बोबडे को नया प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। प्रधान न्यायाधीश के रूप में जस्टिस बोबडे का 18 महीने का कार्यकाल रहेगा और वो 23 अप्रैल 2021 को रिटायर होंगे।


कौन है जस्टिस जस्टिस शरद अरविंद बोबडे?




  • जस्टिस बोबडे का जन्म नागपुर में 24 अप्रैल, 1956 को हुआ था।

  • नागपुर यूनिवर्सिटी से उन्होंने कानून में स्नातक की उपाधि हासिल की। 1978 में वो बार काउंसिल

  • ऑफ महाराष्ट्र में पंजीकृत हुए और 1998 में वरिष्ठ वकील मनोनीत हुए।

  • 29 मार्च 2000 को उन्होंने बंबई हाईकोर्ट में अतिरिक्त जज के रूप में नियुक्त किया गया।

  • 16 अक्टूबर 2012 को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए।

  • 12 अप्रैल 2013 को सुप्रीम कोर्ट में जज बनाए गए।