UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर जाने वालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. फिरोजाबाद जिले की शिकोहाबाद विधानसभा सीट से विधायक मुकेश वर्मा ने भी इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पिछले तीन दिनों में बीजेपी छोड़ने वाले वो सातवें विधायक हैं.
बीजेपी को लगा एक और झटका
मुकेश वर्मा ने अपना इस्तीफा ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए बीजेपी पर पिछड़ों और दलितों की अनदेखी का आरोप लगाया है. उन्होंने लिखा, "भाजपा सरकार द्वारा 5 वर्ष के कार्यकाल में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई व दलित, पिछड़ों किसानों व बेरोजगारों की उपेक्षा की गई। इस कारण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ" मुकेश वर्मा ने साफ कर दिया कि वो स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ हैं और जहां वो जाएंगे वहीं वो भी जाएंगे.
बीएसपी से बीजेपी में हुए थे शामिल
विधायक मुकेश वर्मा पेशे से डॉक्टर हैं, साल 2012 में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ते हुए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ओमप्रकाश वर्मा ने हराया था. साल 2017 में वो बीएसपी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. पिछले चुनाव में उन्हें बीजेपी ने एक बार फिर शिकोहाबाद विधानसभा से टिकट दी थी, जिसके बाद उन्होंने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी संजय यादव को हराया था और यहां के विधायक बन गए थे.
जमीन कब्जाने का लग चुका है आरोप
मुकेश वर्मा पर जमीनों के कब्जे और जैन समाज के मंदिर के पुजारी के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगा है. शिकोहाबाद विधानसभा सीट की बात करें तो शिकोहाबाद में निषाद समाज का वोटबैंक बड़ी संख्या में हैं. जिनका समर्थन उनके साथ है. 2017 विधान सभा चुनाव में उन्हें 87851 वोट मिले थे. उन्होंने करीब 10 हजार वोटों के अंतर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को हराया था.
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