शैलेश अरोड़ा,एबीपी गंगा। शिक्षा मित्रों का समायोजन रद हुए 2 साल बीतने के मौके पर प्रदेश भर के शिक्षा मित्रों ने आज काला दिवस मनाया। प्रदेश भर में शिक्षा मित्रों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। कुशीनगर के शिक्षा मित्र नूर हसन अंसारी ने मानव संसाधन विकास मंत्री को खून से पत्र लिखकर भेजा और राहत देने की मांग की। शिक्षा मित्रों के संगठनों का दावा है कि इन 2 सालों में 1000 से अधिक शिक्षा मित्रों की मौत हो चुकी है।



2017 में रद हुआ था समायोजन


25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने शिक्षा मित्रों का समायोजन रद किया था। इससे प्रदेश के करीब एक लाख 37 हजार समायोजित शिक्षा मित्र अध्यापक पद से हट गए और वापस शिक्षा मित्र बन गए। वहीं कुल शिक्षा मित्रों की बात करें तो करीब 1 लाख, 70 हज़ार इससे प्रभावित हुए थे। इसके विरोध में पिछले 2 साल से लगातार शिक्षा मित्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।



1 साल बीता, नहीं आई कमिटी की रिपोर्ट


2018 में 25 जुलाई को ही समायोजन रद होने के 1 साल पूरा होने पर शिक्षा मित्रों ने बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया था। राजधानी के इको गार्डन में बड़ी संख्या में महिला शिक्षा मित्रों ने अपना मुंडन कराकर विरोध जताया था। इसके बाद शिक्षा मित्रों के मामले को लेकर प्रदेश सरकार ने डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया। हालांकि इस कमेटी की रिपोर्ट आज तक सामने नहीं आई। इस बीच कई बार शिक्षा मित्रों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन भी किया और विधानसभा को घेरा।