UP News: प्रसपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने सपा द्वारा उन्हें भेजी गई चिट्ठी भेजने के कदम पर कहा कि बेहतर होता कि वे मुझे विधायक दल से हटा देते. उन्होंने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा, 'मुझे पता चला कि मुझे आधिकारिक आजादी दी गई है. मुझे लगता है कि यह अपरिपक्वता है.'
प्रसपा से इस्तीफा देकर सपा से लड़ा था चुनाव - शिवपाल
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में शिवपाल सिंह यादव ने कहा, 'मुझे यह पता चला कि मुझे आधिकारिक स्वतंत्रता दे दी गई है. मुझे लगता है कि यह अपरिपक्वता है. जब मैंने चुनाव लड़ा, तो मैंने अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया और समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली. यह बेहतर होता कि वे मुझे विधायक दल से हटा देते.'
सपा के फैसले को पहले ही स्वीकार चुके हैं शिवपाल
उल्लेखनीय है कि सपा की ओर से शनिवार को शिवपाल और सुभासपा नेता ओपी राजभर के नाम चिट्ठी जारी की गई थी. इस चिट्ठी में कहा गया था कि उन्हें जहां ज्यादा सम्मान मिलता हुआ दिखाई देता है वे वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं. पिछले कुछ समय से सपा के साथ दोनों नेताओं के संबंध तल्ख चल रहे थे. शिवपाल ने चिट्ठी जारी होने के थोड़ी देर बाद ही कह दिया था कि वह इसे स्वीकार करते हैं. हालांकि उन्होंने तंज भरे लहजे में यह जरूर कहा था कि वह तो पहले से स्वतंत्र हैं और इस आधिकारिक आजादी के लिए आभार जताते हैं.
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