UP Politics: चाचा शिवपाल के साथ यहां 7 साल बाद दिखेंगे अखिलेश यादव, हो सकते हैं बड़े फैसले
UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल सिंह यादव सात साल बाद राष्ट्रीय अधिवेशन में एक साथ दिखाई देंगे. ये अधिवेशन कोलकाता (Kolkata) में होगा.
Lok Sabha Elections: 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले रणनीति बनाने के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने कोलकाता (Kolkata) में राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया है. इस अधिवेशन में दो दिन का कार्यक्रम रहेगा. जहां सपा के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और राष्ट्रीय टीम के सदस्य शुक्रवार की सुबह से ही पहुंचने लगे हैं. वहीं अखिलेश यादव शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से भी मुलाकात करेंगे.
मैनपुरी उपचुनाव के दौरान शिवपाल यादव की वापसी के बाद करीब सात साल बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शिवपाल यादव की वापसी हुई है. शुक्रवार की सुबह सपा के ट्विटर से किए गए ट्वीट में अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव अगल-बगल बैठकर कोलकाता जाने वाली फ्लाइट में सवार दिखाई दिए. 2016 में परिवार और सपा में हुए विवाद के बाद शिवपाल ने अलग रास्ता लिया था. लेकिन अब मैनपुर उपचुनाव के बाद दोनों फिर से साथ हैं और राष्ट्रीय अधिवेशन में सात साल बाद दोनों एक साथ दिखेंगे.
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2017 में हुआ था ये फैसला
गौरतलब है कि 2017 में जनेश्वर मिश्रा पार्क में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था. लंबे समय तक परिवार के बीच विवाद चलता रहा. लेकिन गत विधानसभा चुनाव में शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की नजदीकियां बढ़ती थीं. तब शिवपाल यादव सपा के टिकट पर जसवंतनगर से चुनाव भी लड़े. लेकिन चुनाव के बाद दोनों के दूरियां फिर बढ़ने लगी.
लेकिन मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव से पहले नेताजी के निधन पर दोनों एक साथ दिखाई दिए. ऐसे में मैनपुरी उपचुनाव के वक्त फिर एक बार चाचा-भतीजे साथ आ गए और साथ लाने में अखिलेश यादव की पत्नी मैनपुरी के सांसद डिंपल यादव का हाथ रहा. अब शिवपाल यादव को जिम्मेदारी भी दे दी गई है. उन्होंने बीते दिनों हर कदम पर अखिलेश यादव का साथ भी दिया है. ऐसे में अब देखना होगा कि क्या चाचा भतीजे की जोड़ी लोकसभा चुनाव में कुछ कमाल दिखा पाएगी?