'न अपील, न वकील, न दलील! लखीमपुर में मृतक के परिजनों से पुलिस के रवैये पर भड़के शिवपाल यादव
Shivpal Singh Yadav: सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने लखीमपुर खीरी में पुलिस हिरासत में शख्स की मौत के बाद पुलिस के रवैये को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने यूपी पुलिस को असंवेदनशील बताया.
Shivpal Singh Yadav News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में पुलिस हिरासत में शख्स की मौत के बाद उसके परिजनों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमं एक पुलिस अधिकारी मृतक के परिजनों को हड़काता हुआ दिख रहा है. इस वीडियो पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी और पुलिस के रवैया पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने यूपी पुलिस को असंवेदनशील बताया.
सपा नेता शिवपाल यादव ने इस वायरल वीडियो को सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर शेयर करते हुए पोस्ट लिखा- 'न अपील, न वकील, न दलील! उत्तर प्रदेश की असंवेदनशील पुलिस ने पूरे सूबे को आदिम, असभ्य और बर्बर दौर में पहुंचा दिया है. असंवेदनशील भाजपा सरकार...' इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ये वीडियो शेयर कर बीजेपी को हृदयहीन पार्टी कहते हुए हमला किया था.
न अपील, न वकील, न दलील! उत्तर प्रदेश की असंवेदनशील पुलिस ने पूरे सूबे को आदिम, असभ्य और बर्बर दौर में पहुंचा दिया है।
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) January 8, 2025
असंवेदनशील भाजपा सरकार... pic.twitter.com/N1w72BWG3a
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
इस घटना को जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें लखीमपुर खीरी में पुलिस क्षेत्राधिकारी धौरहरा पीपी सिंह ने मृतक के परिजनों को हड़काते हुए फटकार लगाते हैं और ये कहते हुए वापस चले जाते हैं कि तुम्हे शव को जितने दिन रखना है रख लो, जितना धरना और जाम लगाना है लगा लो. तुम्हारी कोई मांग नहीं मानी जाएगी. ना तो थाना सस्पेंड होगा और ना ही तुझे 30 लाख रुपये मिलेंगे.
दरअसल लखीमपुर खीरी में एक दिन पहले गैंगस्टर मामले में आरोपी रामचंद्र की मौत हो गई थी. परिजनों ने पुलिस हिरासत में मौत का आरोप लगाया और हंगामा करते हुए शव को ब्रह्मानपुर चौराहे पर रखकर जाम कर दिया था. परिजनों ने 30 लाख रुपये का मुआवजे और नौकरी की मांग करते हुए हंगामा किया और कहा कि वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. मामले बढ़ता देख पुलिस क्षेत्राधिकारी धौरहरा पीपी सिंह परिजनों को समझाने के लिए पहुंचे लेकिन इस दौरान वो खुद ही बिगड़ गए.
बता दें कि थाना मझगई के हुलासीपुर गांव में पुलिस को कच्ची शराब बनाए जाने की जानकारी मिली थी. पुलिस ने इस मामले में रामचंद्र समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस का कहना है कि आरोपी रामचंद्र भागने की कोशिश में गिर गया था, जिसके बाद उसकी अस्पताल में मौत हो गई. वहीं परिजनों ने पुलिस हिरासत में रामचंद्र की बेरहमी से पिटाई के बाद मौत होने का आरोप लगाया है.
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