UP Politics: 'जो रहा बचा हैं वहां भी घूम लेंगे..', स्वामी प्रसाद मौर्य पर शिवपाल यादव ने कसा तंज, कही ये बात
Lok Sabha Election 2024: स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी को छोड़ने के बाद नई पार्टी बनाने का एलान किया है, जिस पर सपा नेता शिवपाल यादव की प्रतिक्रिया आई है.
Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी से इस्तीफ़ा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने नई पार्टी बनाने का एलान कर दिया है. चुनाव से पहले इसे सपा के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है, जिसे लेकर अब सपा महासचिव और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. शिवपाल यादव ने कहा कि उन्हें को ये ही पता नहीं चला कि वो आख़िर नाराज़ क्यों है.
शिवपाल यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के नई पार्टी बनाने और सपा को छोड़ने के सवाल पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, "ये उनके विवेक की बात है.. मुझे तो ये पता ही नहीं चला कि वो पार्टी से क्यों नाराज़ हैं... ये उनका कोई नया निर्णय तो नहीं हैं. उन्होंने सबसे पहले लोकदल से शुरू किया, इसके बाद बसपा में गए और बसपा के बाद ये सब जगह घूम आए हैं. अब जो रहा बचा है वहां भी घूम लेंगे."
नई पार्टी बनाएंगे स्वामी प्रसाद मौर्य
दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले पार्टी में भेदभाव का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. जिसके बाद उन्होंने कहा कि अब गेंद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पाले में है कि वो उनके ख़िलाफ़ बोलने वाले नेताओं पर कार्रवाई करते हैं या नहीं. लेकिन, जब मौर्य की नाराजगी पर अखिलेश यादव ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो उन्होंने मंगलवार को एमएलसी पद और सपा की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफ़ा दे दिया.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने इस्तीफ़े के पेज एक्स पर शेयर करते हुए अखिलेश यादव को संबोधित करते हुए कहा कि 'आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में काम करने का मौक़ा मिला, लेकिन 12 फ़रवरी को हुई बातचीत और मेरे पत्र पर किसी तरह की पहल न होने की वज से मैं सपा से इस्तीफ़ा दे रहा हूँ'. मौर्य ने अब नई पार्टी बनाने जा रहे हैं. जिसका औपचारिक एलान कल दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में बुलाई गई कार्यकर्ताओं की बैठक में किया जा सकता है.
डिंपल यादव ने भी दिखाया आईना
शिवपाल यादव से पहले सपा सांसद डिंपल यादव ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य पर तंज कसा था. उन्होंने कहा कि वो चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी में आए थे लेकिन चुनाव नहीं जीत पाए थे फिर भी हमने उन्हें एमएलसी बनाकर विधानसभा भेजा. उन्होंने कहा कि पार्टी ने हमेशा उनका सम्मान किया है.